Alvida Ki Namaz : मौलानाओं की सड़कों पर नमाज ना अदा करने की अपील के बीच आज होगी अलविदा की नमाज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
Alvida Ki Namaz अलविदा की नमाज को लेकर नामचीन मौलानाओं ने लोगों से सड़कों पर नमाज ना अदा करने की अपील की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभी त्योहारों पर शांति-व्यवस्था बनाये रखने के सख्त निर्देशों के बाद शुक्रवार को अलविदा की नमाज के दौरान बेहद कड़ा पहरा होगा।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सभी शहरों के साथ गांवों में भी आज दोपहर में अलविदा की नमाज अदा की जाएगी। शुक्रवार को अलविदा की नमाज को लेकर मस्जिदों में तैयारियां पूरी हो गई हैं। प्रदेश में दोपहर 12 बजे से दो बजे के बीच मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की जाएगी।
ïसभी नामचीन मौलानाओं ने लोगों से सड़कों पर नमाज ना अदा करने की अपील की है। अलविदा की नमाज को लेकर प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभी त्योहारों पर शांति-व्यवस्था बनाये रखने के सख्त निर्देशों के बाद शुक्रवार को अलविदा की नमाज के दौरान बेहद कड़ा पहरा होगा। खासकर प्रदेश में नमाज वाले 2846 संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा के प्रबंध हैं। पुलिस अधिकारियों ने अलविदा की नमाज व ईद को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 29 हजार 808 धर्मगुरुओं से वार्ता की है। सभी जिलों में धर्मगुरुओं से निरंतर संवाद बनाये रखने के साथ ही हर स्तर पर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही इंटरनेट मीडिया की निगरानी बढ़ाने के निर्देश भी दिये गये हैं।
देश के साथ प्रदेश भर में शुक्रवार दोपहर करीब 12.15 बजे से अलविदा की नमाज अदी की जाएगी। लखनऊ की जामा मस्जिद ईदगाह में 12.45 पर नमाज होगी। यहां पर इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नमाज अदा कराएंगे। इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि ईदगाह के जामा मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में नमाज की तैयारियां पूरी हो गईं हैं। मौलाना ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना पूरा होने वाला है। मुसलमान अलविदायी जुमे की नमाज का बहुत एहतिमाम करते हैं।
सड़क पर नहीं, मस्जिद में पढ़े नमाज : इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शुक्रवार को अलविदा की नमाज मस्जिदों में ही अदा करने की अपील की है। मौलाना ने कहा कि यदि मस्जिद में स्थान नहीं है तो बगल की दूसरी मस्जिद में नमाज के लिए जाएं। किसी भी हालत में सड़क पर नमाज अदा न करें जिससे यातायात में असुविधा न हो। मस्जिद की क्षमता के अनुरूप ही रोजेदार नमाज पढ़ने जाएं जिससे उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े। अपने घर के आसपास की मस्जिद में भी नमाज अदा कर सकते हैं। आज अलविदा की नमाज के दौरान बीमारियों से हिफाजत की विशेष दुआ की जाए। मौसम की खुशगवारी के लिए भी नमाज बाद दुआ की जाए। लखनऊ में ईदगाह में अलविदा की नमाज दोपहर 12:45 पर अदा की जाएगी। टीलेवाली मस्जिद व आसिफी मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में नमाज होगी। फरंगी महली ने कहा है कि जकात को अदा करने का विशेष एहतिमाम करें। सदका फित्र जल्द अदा किया जिससे गरीब भी ईद की खुशियां मना सकें। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने पुलिस अधिकारियों को आश्वासन दिया कि न्यायालय के लाउडिस्पीकर को लेकर दिए गए निर्देश का पालन किया जाएगा। बलरामपुर में शहर मुफ्ती ने अपील जारी करते हुए कहा है कि नमाज के लिए किसी भी दशा में सड़क या राजमार्ग का इस्तेमाल न करें। मौलाना अख्तर रजा कादरी ने कहा कि कोर्ट व शासन ने निर्देश दिया है कि नमाज के लिए आवागमन बाधित न किया जाए। पीस कमेटी की बैठक में भी प्रशासन ने नमाज के लिए सड़क बंद न करने का अनुरोध किया था। इसके दृष्टिगत सभी मस्जिदों के इमामों से उम्मीद की जाती है कि प्रशासन व न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए सड़कों पर नमाज अदा करने से परहेज करें।
संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त बल : डीजीपी मुख्यालय ने संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिये हैं। मुरादाबाद और प्रयागराज में दो-दो अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षकों की भी तैनाती की गई है। 46 कंपनी पीएसी व सात कंपनी केन्द्रीय पुलिस बल के साथ ही 1492 प्रशिक्षु आरक्षियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 29 अप्रैल को प्रदेश में कुल 31151 स्थानों पर अलविदा की नमाज पढ़ी जायेगी। इनमें 7436 ईदगाह तथा 19949 मस्जिदों में भी अलविदा की नमाज होगी। प्रदेश में कुल 2705 संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किये जाने के कड़े निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही नमाज वाले 2846 संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पीएसी व केंद्रीय पुलिस बल के जवान भी मुस्तैद रहेेंंगे। लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सुलतानपुर, बिजनौर, आगरा, कानपुर समेत अन्य संवेदनशील जिलों में पुलिस अधिकारियों को भ्रमणशील रहने के निर्देश भी दिये गये हैं।
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