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    Bahraich Violence: बहराइच में ध्वस्तीकरण नोटिस को लेकर हाईकोर्ट सख्‍त, यूपी सरकार से मांगा पूरा ब्योरा

    Updated: Thu, 24 Oct 2024 07:41 AM (IST)

    इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बहराइच ध्वस्तीकरण नोटिस मामले में राज्य सरकार से पूरा ब्योरा मांगा है। विस्तृत जवाब पेश करने को कहते हुए कोर्ट ने सुनवाई को चार नवंबर तक टाल दिया है। यह आदेश जस्टिस एआर मसूदी व जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने एसोसिएशन फाफर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स की जनहित याचिका पर पारित किया।

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    इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ।- फाइल फोटो

    विधि संवाददाता, लखनऊ। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बहराइच ध्वस्तीकरण नोटिस मामले में राज्य सरकार से पूरा ब्योरा मांगा है। कोर्ट ने कहा कि उसने साफ जवाब मांगा था कि बहराइच की जिस सड़क के किनारे बसे लोगों को नोटिस दी गई है, उस सड़क की श्रेणी व उस पर लागू होने वाले नियम बताए जाएं किंतु पिछली सुनवाई की तरह इस बार भी केवल याचिका की पोषणीयता पर जवाब दिया जा रहा है। विस्तृत जवाब पेश करने को कहते हुए कोर्ट ने सुनवाई को चार नवंबर तक टाल दिया है। यह आदेश जस्टिस एआर मसूदी व जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने एसोसिएशन फाफर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स की जनहित याचिका पर पारित किया।

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    कोर्ट ने कहा कि उसने रविवार को पारित आदेश में स्पष्ट रूप से पूछा था कि जिस सड़क पर कथित अतिक्रमण की बात कही जा रही है, उसकी कैटेगरी क्या है, वहां कितने घर बने हुए हैं? उक्त स्पष्ट आदेश के बावजूद इन बिंदुओं पर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ध्वस्तीकरण की नोटिस से प्रभावित लोगों को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय देने का आदेश दिया था।

    साथ ही मुख्य स्थायी अधिवक्ता से कहा था कि वह सरकार से विस्तृत निर्देश प्राप्त करें कि जिस सड़क पर अतिक्रमण का आरोप है वह मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड है या अन्य किसी प्रकार की सड़क है। यह भी अवगत कराने को कहा था कि कुंडसार-महसी-नानपारा-महाराजगंज रोड के किलोमीटर 38 पर कितने घर बने हैं और उस सड़क के संबंध में कौन से नियम लागू होते हैं? 

    उपद्रव मामले में 150 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

    जागरण संवाददाता, बहराइच। महराजगंज में मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान बीते 13 अक्टूबर को युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फखरपुर इलाके में भी भिलौरा मोड़ घासीपुर के पास माइक से महराजगंज में भड़की हिंसा के बारे में एलान किया गया। इसके बाद भीड़ ने वाहनों में तोड़फोड़ कर हंगामा किया था। मामले में 150 अज्ञात के खिलाफ फखरपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

    उपनिरीक्षक रामसागर प्रसाद ने तहरीर में उल्लेख किया है कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान शाम सात बजे के आसपास घासीपुर से भिलौरा मोड़ की तरफ सभी प्रतिमाएं आगे बढ़ रही थीं। इस दौरान माइक से एनाउंस किया गया, जिसके बाद बहराइच-लखनऊ हाईवे को जाम करते हुए लोगों ने आने-जाने वाले वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस कर्मियों के रोकने पर भी पथराव किया गया। आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया गया, जिसके बाद भय का माहौल कायम हो गया।

    मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस अब उपद्रव करने वालों को चिह्नित कर रही है। मुकदमा दर्ज होने की जानकारी होने के बाद से उपद्रव में शामिल लोग घरों से भाग गए हैं। थानाध्यक्ष अभिनव प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है, जाे भी घटना में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    महराजगंज में लौटी रौनक, कारोबार में जुटे लोग

    संवाद सूत्र, महसी (बहराइच)। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मेहनत रंग ला रही है। महराजगंज में रौनक लौट आई है। लोग कारोबार संभालने में जुट गए हैं। महराजगंज में बवाल के बाद लोगों की दिनचर्या को पटरी पर लाने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार लोगों के साथ बैठक कर शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। इसका असर भी देखने को मिल रहा है।

    बवाल के बाद खोई रौनक लौटने लगी है। दुकानें खुलने से चहल-पहल बढ़ गई है। सड़कों व गलियों में लोगों की आवाजाही से कस्बा गुलजार होने लगा है। दिनेश, सोनू समेत अन्य लोगों का कहना है अब आसपास के गांवों के लोग भी रोजमर्रा के चीजों की खरीदारी के लिए कस्बे में आने लगे हैं। एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि अब स्थिति बिल्कुल सामान्य है। सीओ रवि खोखर ने कहा कि सुरक्षा के पूरे इंतजाम है। पुलिस लगातार चौकसी बरत रही है।