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    जस्टिस राजेश बिंदल ने ली इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ, सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी बधाई

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Mon, 11 Oct 2021 03:24 PM (IST)

    कलकत्ता हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने की है। इस आशय की अधिसूचना भारत सरकार के अपर सचिव राजिंदर कश्यप ने जारी की है।

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    नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश जस्टिस राजेश बिंदल सोमवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।

    लखनऊ, जेएनएन। जस्टिस राजेश बिंदल ने सोमवार को उत्तर प्रदेश राजभवन में इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद तथा गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनको पद तथा गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राजभवन के गांधी हाल में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य न्यायाधीश को भी बधाई दी।

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    इलाहाबाद हाई कोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश राजेश बिन्दल को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ के राजभवन के गांधी सभागार में शपथ दिलाई। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनको बधाई भी दी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दिन में 11 बजे उनको राजभवन में शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य सचिव आरके तिवारी, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव न्याय, मुख्य न्यायाधीश महोदय के परिवार के सदस्य तथा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीशगण, रजिस्ट्रार तथा वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री के मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।

    कलकत्ता हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने की है। इस आशय की अधिसूचना भारत सरकार के अपर सचिव राजिंदर कश्यप ने जारी की है। मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल का जन्म 16 अप्रैल 1961 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से विधि स्नातक करने के बाद सितंबर 1985 से वे पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में विधि कार्य शुरू किया। वकालत करने के दौरान वे हरियाणा राज्य की ओर से सतलज यमुना विवाद में बनी इडी ट्रिब्यूनल में हरियाणा सरकार के पक्षकार थे। इसके साथ ही प्रोविडेंट फंड, आयकर विभाग व अन्य महत्वपूर्ण विभागों की तरफ से हाईकोर्ट में सरकार का पक्ष रखते थे।

    उन्होंने 22 मार्च 2006 को पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट में जज के रूप में शपथ ली। यहां से स्थानांतरण होने के पहले उन्होंने लगभग 80000 वादों का निस्तारण किया था। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बने। इसके बाद लद्दाख व जम्मू कश्मीर के एक साथ कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद पर थे। जम्मू कश्मीर से स्थानांतरण के बाद उन्होंने पांच जनवरी 2021 को कलकत्ता उच्च न्यायालय में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पद भार संभाला। इसके बाद 29 अप्रैल 2021 को कोलकाता हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। इलाहाबाद हाई कोर्ट में अभी तक कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का काम जस्टिस एमएन भंडारी देख रहे थे।