चारबाग जाने वाली ट्रेनों का इस स्टेशन पर ठहराव की मांग, यात्रियों का पैसा और समय दोनों की हो जाएगी बचत
लखनऊ के आलमनगर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की कमी पर मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति की बैठक में चिंता जताई गई। सदस्यों ने स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव, स्लीपर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाने और लखनऊ-हरदोई के बीच पैसेंजर ट्रेन चलाने जैसे कई सुझाव दिए। इसके अतिरिक्त, पूर्वाेत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन ने नवजात शिशुओं को बेबी किट वितरित किए और आरडीएसओ में कर्मयोगी कोचेस के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। नई बिल्डिंग बनने के बाद भी आलमनगर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बेहतर नहीं हो सकी हैं। आज भी मुरादाबाद रूट की ट्रेनों को पकड़ने के लिए यात्रियों को लखनऊ स्टेशन आना पड़ता है। ऐसे में कई ट्रेनों का एक से दो मिनट का ठहराव आलमनगर स्टेशन पर दिया जा सकता है। ऐसे ही कई सुझाव मंडल रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति की बैठक में सदस्यों ने डीआरएम सुनील कुमार वर्मा को दिए।
समिति के सदस्य सुधीर मिश्र ने स्लीपर एवं एसी बोगियों में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था सुनिश्चित करने का सुझाव दिया ।
राजेंद्र प्रसाद सबिता ने लखनऊ से हरदोई के मध्य पैसेंजर या मेमू ट्रेन संचालन करने, अनुपम पांडे ने गौरीगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं अपग्रेड करने, संदीप अग्रवाल ने स्टेशनों एवं ट्रेनों के शौचालय की सफाई व्यवस्था में और अधिक सुधार करने का सुझाव दिया ।
इसी तरह राजेश सिंह ने 64281/64282 शिवपुर-उतरेटिया मेमू का संचालन लखनऊ तक करने, प्रभु जालान ने लखनऊ स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या आठ व नौ पर फूड स्टाल की सुविधा उपलब्ध कराने, केपी सिंह ने रेल यात्रा के दौरान ट्रेन में उपलब्ध कराई जाने वाली खानपान सामग्री की गुणवत्ता में और सुधार करने, देवेंद्र शुक्ल ने आलमनगर स्टेशन का नाम बाबा बुद्धेश्वर धाम करने का सुझाव दिया। इसी तरह श्याम बहादुर ने 14863 मरुधर एक्सप्रेस एवं 22417 महामना एक्सप्रेस का ठहराव कृष्णानगर रेलवे स्टेशन पर देने, अनुज कुमार मिश्र ने आलमनगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का सुझाव दिया ।
बेबी किट का वितरण
नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को पूर्वाेत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन लखनऊ की अध्यक्ष श्रुति गुप्ता ने मंडल चिकित्सालय बादशाहनगर में नवजात शिशुओं को बेबी किट एवं डाइपर वितरित किए। नवजात शिशुओं को उनके जीवन के पहले कुछ दिनों और हफ्तों में आवश्यक देखभाल के बारे में उनके परिवारीजनों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर संगठन की उपाध्यक्ष मानसी सिंह, संयुक्त सचिव अदिति नंदा , अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अनामिका सिंह, मुख्य परामर्शदाता डा. बीएन चौधरी भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षित किया
आरडीएसओ में कर्मयोगी कोचेस (मास्टर ट्रेनर्स) को प्रशिक्षित करने के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान के के विशेषज्ञ संकाय एवं लीड ट्रेनर मुदित आनंद, प्रोफेसर कृष्णा तिवारी ने आरडीएसओ के कुल 28 वरिष्ठ पर्यवेक्षकों को कर्मयोगी कोचेस प्रशिक्षण प्रदाना किया। समापन समारोह में आरडीएसओ के अपर महानिदेशक काजी मैराज अहमद सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

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