एकेटीयू के शिक्षकों व कर्मचारियों को मिलेगा 10 लाख का बीमा, वित्त समिति की बैठक में 142 करोड़ रुपये का बजट पास
एकेटीयू अब अपने शिक्षकों कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को विभिन्न बीमा कंपनियों के माध्यम से 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त कर्मचारी कल्याण कोष से किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर 15 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। एनपीएस कर्मचारियों को राज्य सरकार के नियमों के अनुसार पुरानी सुविधाओं का लाभ भी मिलेगा।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) अब अपने शिक्षकों, कर्मचारी व उनके परिवारीजन को विभिन्न बीमा कंपनियों के जरिए 10 लाख रुपये के निशुल्क इलाज की सुविधा देगा।
इसके अलावा कर्मचारी कल्याण कोष के तहत किसी भी कर्मचारी की मृत्यु पर 15 लाख रुपये की मदद, एनपीएस कर्मियों को राज्य सरकार के शासनादेश को अंगीकृत करते हुए मृत्यु पर पुरानी सुविधाओं का लाभ भी दिया जाएगा।
सोमवार को कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई वित्त समिति की बैठक में करीब 142 करोड़ रूपये के बजट पर चर्चा के साथ कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय ने बताया कि पहली बार एकेटीयू, फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, आईआईटी लखनऊ, सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज आदि के करीब 150 शिक्षकों, 300 कर्मचारियों व उनके परिवारीजन को स्वास्थ्य बीमे की सुविधा का लाभ मिलेगा।
साथ ही महिला कर्मियों को शिशु देखभाल अवकाश, प्रसूति अवकाश, ब्याज रहित अग्रिम भुगतान सात लाख एवं दस लाख रुपये करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गयी है।
बैठक में वित्त अधिकारी एवं कार्यवाहक कुलसचिव केशव सिंह ने विभिन्न प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इस दौरान प्रति कुलपति प्रो. राजीव कुमार, आईआईटी के निदेशक प्रो. विनीत कंसल, एफओएपी की प्राचार्य प्रो. वंदना सहगल सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
अत्याधुनिक होंगी आईआईटी लखनऊ की प्रयोगशालाएं
बैठक में विश्वविद्यालय के घटक संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (आईईटी) लखनऊ के लिए 54 करोड़ के बजट का प्रस्ताव पास हुआ। इसके जरिए संस्थान को आधुनिक तकनीकी से युक्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के रूप में विकसित किया जाएगा।
अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, हाइटेक क्लासरूम और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को अच्छी से अच्छी तकनीकी और शिक्षा मुहैया करायी जा सके।
एफओएपी में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
नैक समिति के निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जाने का सुझाव दिया गया था। इस क्रम में फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग (एफओएपी) में धरोहर (ए रिपॉजिटरी फॉर इंडियन नॉलेज सिस्टम आईकेएस सेंटर) बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। इसके लिए 50 लाख रुपये का बजट तय किया गया है। साथ ही आईकेएस में माइनर कोर्स चलाने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी।
वहीं, एफओएपी के सभी कर्मियों को आधुनिक तकनीक में सबल बनाने के लिए 50 लैपटॉप देने के प्रस्ताव पर भी सहमति बनी। संस्थान के महिला छात्रावास के उच्चीकरण के लिए 13 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया।
इन अहम प्रस्तावों पर भी लगी मुहर
- विश्वविद्यालय में विजिटिंग, डिजिन्स्टिगुइस और एमिरेट्स प्रोफेसर रखे जाएंगे।
- पहली बार शुरू किए गए बी.टेक पाठ्यक्रम के लिए बजट तय।
- सामाजिक कार्यों के तहत गोद लिए गए गांवों में कार्य कराने आदि के लिए एक करोड़ के बजट का प्रविधान किया गया।
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