भाजपा के कुशासन ने एंबुलेंस को बनाया ‘बुल’ ऐंस, अखिलेश ने हमीरपुर के वायरल वीडियो को लेकर बोला हमला
अखिलेश यादव ने हमीरपुर में एंबुलेंस को ‘बुल’ ऐंस बनाए जाने के वायरल वीडियो पर भाजपा सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुशासन में जीवन रक्षक एंबुलेंस सेवा का भी दुरुपयोग हो रहा है। अखिलेश ने इस घटना को स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का प्रतीक बताया और सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हमीरपुर में मरीज को बैलगाड़ी के से ले जाने की घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। सपा प्रमुख ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए वीडियो को एक्स पर साझा करते हुए भाजपा सरकार पर एंबुलेंस को बैलगाड़ी में बदलने का आरोप लगाया। लिखा कि भाजपा के कुशासन ने एंबुलेंस को 'बुल' ऐंस बना दिया है।
25 अक्टूबर को शनिवार को हमीरपुर में कीचड़ में एंबुलेंस के फंसने के कारण एक बुजुर्ग अपनी गर्भवती बहू को बैलगाड़ी से स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा था। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसके लेकर सपा प्रमुख ने एक्स पर लिखा, ‘उप्र में एंबुलेंस की जगह बैलगाड़ी चलने लगी है। क्या ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बैलगाड़ी खींचेगी। अगली बार मुख्यमंत्री जी जब फसल का मुआयना करने निकलें तो नीचे सड़क और एंबुलेंस का हाल भी देख लें। अगर न दिखाई दे तो दिल्ली की दूरबीन या ड्रोन का सदुपयोग कर लें।’ उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर भी तंज किया। लिखा कि स्वास्थ्य मंत्री महोदय अगर नामपट्टिका तक सीमित नहीं कर दिये गये हैं तो समारोह में न सही, कम से कम बीमार लोगों की मुश्किलों में तो अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं।'
सपा प्रमुख ने सीतापुर में पूर्व राज्यसभा सदस्य जगन्नाथ प्रसाद अग्रवाल जगन बाबू की प्रतिमा हटाने और दिल्ली में यमुना सफाई के दावों को लेकर भी प्रश्न उठाए।
वहीं पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि भाजपा राजनीतिक गैंग है। इसका एजेंडा समाज में नफरत फैलाना और सामाजिक सद्भाव को खत्म करना है। हमारे कार्यकर्ताओं को जनता के बीच रहकर सपा की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी देनी है। परस्पर एकजुटता का परिचय देते हुए इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ अनर्गल आरोप न लगाएं।
गोरखपुर और देवरिया के डीआईओएस की निर्वाचन आयोग से शिकायत
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने गोरखपुर और देवरियों के जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआइओएस) की मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है। प्रदेश अध्यक्ष की ओर से भेज गए ज्ञापन में कहा है कि गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के तहत मतदाता बनने के इच्छुक वित्तविहीन शिक्षकों से दोनों डीआइओएस द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के विपरीत वेतन का विवरण, अनुमोदन और नियुक्ति का दस्तावेज मांगा जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों पर कार्रवाई और नियमानुसार वित्तीय शिक्षकों के आवेदन स्वीकार करने की मांग की है।

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