Updated: Thu, 26 Sep 2024 11:03 PM (IST)
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं में अंतिम चयन परिणाम में अनारक्षित वर्ग में आरक्षित वर्ग की ओवरलैपिंग रोकने के लिए किए गए बदलावों की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि अगर यूपीपीएससी ने आरक्षित वर्ग की चयन प्रक्रिया में बदलाव के निर्णय को समय रहते वापस नहीं लिया तो इसको ऊपरी अदालतों में चुनौती दी जाएगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पीसीएस सहित सभी परीक्षाओं में अंतिम चयन परिणाम में अनारक्षित वर्ग में आरक्षित वर्ग की ओवरलैपिंग रोकने के लिए किए गए बदलाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है।
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उन्होंने एक्स पर लिखा कि अगर यूपी पीएससी ने आरक्षित वर्ग की चयन प्रक्रिया में बदलाव के निर्णय को समय रहते वापस नहीं लिया तो इसको ऊपरी अदालतों में चुनौती दी जाएगी। सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि भाजपा जब संविधान को खत्म नहीं कर पा रही है तो आरक्षण के हक को मारने के अलग-अलग तरीके निकाल रही है।
भाजपा सरकार आरक्षण के मुद्दे पर जो हीलाहवाली कर रही है, उसको 90 प्रतिशत जनसंख्या वाला पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) समाज अच्छी तरह समझ रहा है। भाजपा का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।
जान के साथ खिलवाड़ कर रही भाजपा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 53 दवाओं के गुणवत्ता परीक्षण में फेल होने पर कहा है कि भाजपा सरकार जनता की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। देश में दवाओं की गुणवत्ता को लेकर जो रिपोर्ट आ रही है, वह बेहद गंभीर है और लोगों का भरोसा तोड़ने वाली है।
इस सरकार में मुनाफाखोरी और मिलावटखोरी चरम पर है। जब तक भाजपा दवा कंपनियों से चंदा बटोरती रहेगी, तब तक कम गुणवत्ता वाली दवाओं का धंधा जारी रहेगा। सरकार ने उत्तर प्रदेश में तो स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद कर दिया है। अस्पतालों में मरीजों और उनके तीमारदारों की मदद की बजाय मारपीट की खबरे आती हैं।
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