Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'आज बुलडोजर कहां है?', अखिलेश यादव बोले- कफ सीरप मामले में शामिल है भाजपा के लोग

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 06:24 PM (IST)

    सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर कफ सीरप घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया और बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने भाजपा को संविधान विरोधी बतात ...और पढ़ें

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि वाराणसी और कई प्रदेशों में बड़ा कोडीन युक्त सीरप का स्कैंडल हो गया। यह दो सौ करोड़ रुपये से भी अधिक का मामला हो सकता है। इसमें पुलिस-प्रशासन और भाजपा के लोग शामिल हैं। आज बुलडोजर कहां है?

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    काले कारोबार में न्याय के लिए इसे चलते नहीं देखा गया। बुलडोजर चला है, सबसे ज्यादा पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक (पीडीए) पर। सपा प्रमुख ने आरोपित शुभम जायसवाल द्वारा जारी किए गए वीडियो को भी एक्स पर पोस्ट कर बुलडोजर कार्रवाई न होने का प्रश्न उठाया।

    गोसाईगंज में पत्रकार से वार्ता करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इस सीरप के काले कारोबार में तमाम मंहगी गाड़िया बंटी हैं। जो बुलडोजर न्याय देता था, पता नहीं उसकी चाबी कहीं खो गई है। घुसपैठियों को लेकर कहा कि लखनऊ में घुसपैठिया नहीं हैं। लखनऊ के सांसद ही रक्षामंत्री है।

    घुसपैठिए यहां बस गए तो प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री क्या कर रहे थे। यहां गरीब लोगों को अपमानित और परेशान किया जा रहा है। उन्होंने एसआइआर को एनआरसी का संक्षिप्त नाम बताते हुए कहा कि भाजपा वाले संविधान को मानने वाले लोग नही है। रूसी राष्ट्रपति के दौरे के प्रश्न पर कहा कि अगर रूस के राष्ट्रपति आए हैं तो वह कारोबार करने आए है, हमारी मदद नहीं होगी।

    आंबेडकर और संविधान विरोधी है भाजपा
    डा. बीआर आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रस्तावित कार्यक्रम की अनुमति निरस्त होने को सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने अलोकतांत्रिक और बाबा साहेब का अपमान करार दिया है। पार्टी मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि इस श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भाग लेना था।

    भाजपा सरकार के दबाव में पुलिस द्वारा अनुमति निरस्त कर दी गई। इससे साबित हो गया है कि भाजपा, बाबा साहेब से नफरत करती है। संविधान और आरक्षण को समाप्त करना चाहती है। जब बाबा साहेब ने देश को संविधान का प्रारूप दिया था, तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक गोलवलकर ने निंदा की थी।

    आरएसएस चाहती है कि समाज में ऊंच-नीच का भेदभाव बना रहे। इस दौरान सांसद आरके चौधरी, मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, समाजवादी आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती मौजूद रहे।