'बड़ी-बड़ी लफ्फाजी करने वाले अब कहां गुम हो गए?' अखिलेश यादव ने फिर भाजपा और माफिया का किया जिक्र
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जनता के जीवन से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नकली दवाएं और जहरीले कफ सिरप बेचे जा रहे हैं, जिसमें भाजप ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार में जनता की जान के साथ खिलवाड़ होने का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख ने कहा कि कफ सीरप के नाम पर नकली दवाएं और जहर बेचा जा रहा है। इसके पीछे भाजपाई हैं। भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस का दावा करते हुए बड़ी-बड़ी लफ्फाजी करने वाले अब कहां गुम हो गये हैं।
दरअसल भाजपा-माफिया एक सिक्के के दो पहलू है। नकली और जहरीली सिरप के हजारों करोड़ के अवैध कारोबार पर चुप्पी क्यों है? सपा प्रमुख ने कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का एक वीडियो एक्स पर शेयर कर उन पर भी तंज किया।
बुधवार को जारी बयान में सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार में अवैध कारोबारियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है।
इसमें ऊपर से नीचे तक सब मिले हुए हैं। पूरे प्रदेश में नकली और जहरीली कफ सिरप खुले आम बेची गयी। भाजपा सरकार ने इन दवा माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की। सरकार बताए कि जनता की जान से खेलने वालों पर बुलडोजर क्यों नहीं चला।
वहीं उन्होंने एकस पर पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें पूर्व सांसद कहते हुए दिख रहे कि एसआइआर अभियान उसके ताबूत पर अंतिम कील साबित होने वाला है। सपा प्रमुख ने इस पर सपा प्रमुख ने लिखा कि कन्नौज के पूर्व भाजपाई सांसद का बयान बेहद आपत्तिजनक है। क्या वे जायज वोटों को कटवाने की सलाह दे रहे हैं?
चुनाव आयोग को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। ये महानुभाव बोलते समय भूल गए कि जो वे कह रहे हैं, वह उन्हीं के दल के भाजपाई मुख्यमंत्री जी के बयान से उलट है। मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में जैसे ही यह बात आएगी, वे इनकी क्लास लगा देंगे। और अगर उनसे बच गए तो दूर बैठे दूरबीन वाले इन्हें बुला लेंगेद। अब ये बेचारे भागे-भागे फिरेंगे कि किस-किस से बचें, चुनाव आयोग से, लखनऊ वालों से या दिल्ली वाले ''''द्वितीय'''' से।
सपा ने की एसआइआर में गलत मैपिंग की शिकायत
सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बुधवर को मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीव रिणवा को ज्ञापन भेजकर मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र में कई बूथों पर मतदाता सूची गलत अपलोड करने की शिकायत की। कहा है कि बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा मैपिंग करने पर किसी दूसरे मतदेय स्थल के मतदाताओं का नाम व विवरण दिखाई देने लगता है।
जिला निर्वाचन अधिकारी से लगातार लिखित शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मामले के कार्रवाई के साथ अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज सहित सभी जिलों में एएसडी सूची कारण सहित राजनीतिक दलों को भी उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है।

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