ठंड की दस्तक के साथ खराब हुई इस शहर की हवा, AQI पहुंचा 194
बारिश के दौरान वायु प्रदूषण न के बराबर रहा, लेकिन ठंड की आहट के बीच राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होने लगी है। जुलाई से सितंबर तक लखनऊ में एक्यूआइ का स्तर 100-105 के आसपास ही रहा। शुक्रवार को सीजन का सर्वाधिक औसत आयु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) दर्ज किया गया। सुबह के समय शहर के छह प्रमुख क्षेत्रों का औसत एक्यूआइ 160 दर्ज किया गया, जो यलो जोन श्रेणी में आता है, लेकिन कुछ इलाकों में स्थिति चिंताजनक है।

जागरण संंवाददाता, लखनऊ। बारिश के दौरान वायु प्रदूषण न के बराबर रहा, लेकिन ठंड की आहट के बीच राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होने लगी है। जुलाई से सितंबर तक लखनऊ में एक्यूआइ का स्तर 100-105 के आसपास ही रहा। शुक्रवार को सीजन का सर्वाधिक औसत आयु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) दर्ज किया गया। सुबह के समय शहर के छह प्रमुख क्षेत्रों का औसत एक्यूआइ 160 दर्ज किया गया, जो यलो जोन श्रेणी में आता है, लेकिन कुछ इलाकों में स्थिति चिंताजनक है। गोमतीनगर सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआइ 194 रिकार्ड किया गया, जबकि 191 के साथ तालकटोरा दूसरे नंबर पर रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, गोमतीनगर और तालकटोरा के बाद अंबेडकर यूनिवर्सिटी इलाके की स्थिति में ठीक नहीं है। यहां एक्यूआइ 175 दर्ज किया गया। इसके अलावा लालबाग में 155, अलीगंज में 139 और कुकरैल में एक्यूआइ का स्तर 106 रिकार्ड किया गया। ऐसे में छह में से तीन मानिटरिंग स्टेशन गोमतीनगर, तालकटोरा और अंबेडकर यूनिवर्सिटी इलाके की हवा स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दीपावली के बाद हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है। वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होने के साथ ही अस्थमा, फेफड़े और दिल को रोगियों की समस्या बढ़ जाती है। इन बीमारी से जूझ रहे मरीजों को मास्क लगाकर ही बाहर निकलने की सलाह दी जाती है। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय वर्मा कहते हैं, बढ़ता वायु प्रदूषण सिर्फ सांस रोगी ही नहीं, बल्कि कई तरह के मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसे मौसम में सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। खासकर, बच्चे हों ये वयस्क सभी धुंध होने की स्थिति में मास्क का प्रयोग करें।
अगले एक सप्ताह साफ रहेगा आसमान
मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक सप्ताह यानि 23 सितंबर तक प्रदेशभर में मौसम साफ रहेगा। तेज धूप होगी, लेकिन पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने और पछुआ हवा चलने से ठंड बढ़ेगी। खासकर, न्यूनतम तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। दिन भी तेज धूप होने से गर्मी का एहसास होगा, लेकिन रात का पारा ठंड का एहसास कराएगा। गुरुवार को लखनऊ का दिन का तापमान 32.7 और रात का 19.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
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