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    Air Connectivity in UP: पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा उत्तर प्रदेश, प्रगति पर विकास कार्य

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Mon, 28 Jun 2021 12:15 PM (IST)

    Air Connectivity in UP उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा हवाई सेवाओं वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर है। योगी आदित्यनथ सरकार ने अब राज्य में हवाई सेवाओं क ...और पढ़ें

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    उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा हवाई सेवाओं वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर

    लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में कनेक्टिविटी को लेकर काफी काम हो रहा है। सड़क के साथ ही अब एयर कनेक्टिविटी में प्रदेश का दायरा काफी बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य बनने की ओर पर है, जहां पर पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट संचालित होंगे।

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    उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा हवाई सेवाओं वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर है। योगी आदित्यनथ सरकार ने अब राज्य में हवाई सेवाओं के चौतरफा विस्तार की गति तेज कर दी है। लखनऊ के साथ ही वाराणसी में इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन जारी है। कुशीनगर के भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए डीजीसीए का लाइसेंस मिल गया है। इन तरह से कुशीनगर यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएगा। इसके बाद गौतमबुद्ध नगर के जेवर और राम नगरी अयोध्या में भी इंटरनेशल एयरपोर्ट का निर्माण होना है।

    योगी आदित्यनाथ सरकार की नीति आयोग में पेश योजना के मुताबिक लखनऊ, वाराणसी समेत अयोध्या, कुशीनगर और गौतमबुद्ध नगर से भी बहुत जल्द दुनिया के विभिन्न देशों के लिए सीधी हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध होगी। मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी, आगरा, गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज के साथ गाजियाबाद के हिण्डन एयरपोर्ट से हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं। अब से 15 दिन के भीतर बरेली हवाई अड्डे से भी हवाई सेवाओं की शुरुआत कर दी जाएगी।

    उत्तर प्रदेश में अब तक केवल दो ही शहरों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (अमौसी हवाई अड्डा) और वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा वाराणसी (बाबतपुर एयरपोर्ट) से ही अंतरराष्ट्रीय उड़़ानों का संचालन किया जाता है। इसी दौरान विकास को गति देने के लिए बीते कुछ वर्ष में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार ने हवाई कनेक्टिविटी पर खास फोकस किया है। जल्द ही सूबे में कुशीनगर, गौतमबुद्ध नगर और रामनगरी अयोध्या में भी अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा और यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेशन होगा।

    कुशीनगर एयरपोर्ट

    कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूर्वांचल का दूसरा, यूपी का तीसरा और देश का 87वां लाइसेंसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। प्रदेश की योगी सरकार ने इसका निर्माण बेहद तेजी से कराया। यह न सिर्फ बनकर तैयार हो चुका है बल्कि 23 फरवरी को डीजीसीए ने इसे उड़ान का लाइसेंस भी जारी कर दिया है। जल्द ही यहां से उड़ान शुरू हो जाएगी।

    गौतमबुद्ध नगर में जेवर एयरपोर्ट

    गौतमबुद्ध नगर के जेवर में भी ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर नगर के जेवर में 40.0919 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पांच रनवे होंगे। दो रनवे की जमीन अधिग्रहित हो चुकी है, जबकि तीन के की 3,418 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित होनी है। यहां पहले फेज का काम पूरा होन के साथ ही उड़ान सेवा शुरू कर दी जाएगी।

    अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट

    अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट प्रदेश की योगी सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। राम मंदिर निर्माण शुरू होने के साथ ही यहां विकास की ढेरों परियोजनाएं शुरू की गई हैं। यहां पर श्रृद्धालुओं और पर्यटकों की सहूलियत को देखते हुए कनेक्टिविटी पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने पर तेजी से काम चल रही है। हवाई अड्डे के लिये 555.66 एकड़ अतिरिक्त जमीन खरीदने के लिये सरकार की ओर से 1,001 करोड़ 77 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है। अब तक केंद्र सरकार की ओर से इसके लिये 250 करोड़ ऑर प्रदेश सरकार की ओर से 21 करोड़ 99 लाख 50 हजार 720 रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी है। अब तक 377 एकड़ भूमि एएआई को उपलब्ध कराई जा चुकी है। यहां 2022 से विमान सेवा शुरू करने की योजना है। राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं के लिहाज से देश में फिलहाल केरल, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य आगे हैं।