तब कौन बचाएगा तुमको...! ओवैसी के कानपुर में भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल, अब दी यह सफाई
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भड़काऊ भाषण के वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई दी है। ओवैसी ने स्पष्ट किया है कि यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान की गई उनकी टिप्पणी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ धमकी नहीं थी।
लखनऊ, जेएनएन। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह यूपी पुलिस को धमकी देते हुए कह रहे हैं कि मोदी और योगी के जाने के बाद तुम्हें बचाने कौन आएगा। यह वीडियो असदुद्दीन ओवैसी के 12 दिसंबर को कानपुर के दौरे का बताया जा रहा है। ओवैसी की इस टिप्पणी पर अब विवाद शुरू हो गया है। वहीं औवैसी ने कहा है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस भड़काऊ भाषण के वायरल होने के बाद सफाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर अपना स्पष्टीकरण जारी किया है। ओवैसी ने स्पष्ट किया है कि यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान की गई उनकी टिप्पणी, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ धमकी नहीं थी। उन्होंने लिखा है कि 'हरिद्वार में दिए गए भाषण से ध्यान भटकाने के लिए मेरे कानपुर में दिए गए भाषण का एक मिनट का क्लिप वायरल किया गया है।'
In order to distract from #HaridwarGenocidalMeet, a clipped 1 min video is being circulated from 45 min speech I gave in Kanpur. I’ll set the record straight:
1. I did not incite violence or give threats. I talked about POLICE ATROCITIES Here’s the full video in TWO PARTS [Cont] pic.twitter.com/buZWZmVNLa— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2021
असदुद्दीन ओवैसी ने 2 मिनट 15 सेकंड का वीडियो शेयर कर लिखा है कि 'मैंने अपने भाषण के दौरान न ही हिंसा के लिए उकसाया और ना ही धमकी दी है। मैंने अपने भाषण में पुलिस अत्याचारों की बात की है। मेरे वीडियो को काटकर दिखाया गया है।' ओवैसी ने आगे कहा कि 'मेरे कहने का संदर्भ बिल्कुल साफ है। मैं उन पुलिस वालों की बात कर रहा था जो 80 साल के बुजुर्गों पर अत्याचार करते हैं। जो चुपचाप तमाशा देखते हैं, क्योंकि भीड़ एक रिक्शा चालक को उसकी बेटी के सामने पीटती है। मैं उन पुलिस वालों की बात कर रहा था जो बच्चे को गोद में लिए हुए एक व्यक्ति पर लाठी बरसाती है।'
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी 12 दिसंबर को कानपुर के दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने जीआईसी ग्राउंड पर शोषित वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने यह भड़काऊ भाषण दिया। अब उनका ये बयान वारयल हो रहा है। उन्होंने पुलिस के कथित जुल्मों को गिनाते हुए कहा था कि 'हमारी दाढ़ी तुम्हें नफरत क्यों है, 80 साल के बूढ़े से तुम ये हरकत (दाढ़ी नोचने की) करते हो। मैं पुलिस के उन लोगों से कहना चाहता हूं, याद रखो इस बात को कि हमेशा योगी मुख्यमंत्री नहीं रहेगा, हमेशा मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेगा।
असदुद्दीन ओवैसी मंच से आगे कहते हैं कि 'याद रखो हम तुम्हारे जुल्म को भूलने वाले नहीं हैं, हम तुम्हारे जुल्म को याद रखेंगे। हम याद रखेंगे, हालात बदलेंगे, जब कौन बचाने आएगा तुमको, जब योगी अपने मठ में चलें जाएंगे, मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे, जब कौन आएगा। हम नहीं भूलेंगे, हम याद रखेंगे। अल्लाह... अपनी ताकत के जरिए तुम्हारी अंतिम को नेस्तनाबूद करेंगे और हम याद रखेंगे।'
भाजपा ने किया पलटवार : एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि छोटा ओवैसी पुलिस को 15 मिनट हटाने को बोलता है और हिंदुओं को धमकी देता है। बड़ा ओवैसी पुलिस को खुलेआम धमकी देता है। हरिद्वार पर बोलने वाले सेक्युलरिज्म के सारे सूरमा इस जिन्ना वाली मानसिकता पर खामोश हैं। क्योंकि हिंदुओं को धमकी देने वाला सेक्युलर है और जय श्री राम का नाम लेना कम्युनल। वहीं भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने उनकी तुलना पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से कर डाली। त्रिवेदी ने कहा कि एआईएमआईएम के नेताओं को ऐसी अभद्र टिप्पणियां करने की आदत है। ओवैसी के शरीर में जिन्ना की आत्मा है। ओवैसी का बयान वैसा ही है जैसा मोहम्मद अली जिन्ना ने देश के विभाजन से एक साल पहले दिया था।