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    UP Weather News: बारिश थमने के बाद नदियां उफान पर, खतरे के निशान के ऊपर गंगा-यमुना, घाघरा व सरयू का जलस्तर बढ़ा

    Updated: Sun, 15 Sep 2024 07:18 AM (IST)

    UP News तीन दिन की भारी बारिश के बाद नदियों में अब पानी खतरे के निशान के पार पहुंच रहा है। इटावा में चंबल का पानी शनिवार सुबह खतरे के निशान को पार करते हुए 121.21 मीटर पर पहुंच गया। बहराइच में घाघरा का जलस्तर लाल निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर है। 60 गांव पानी से घिर गए हैं। बलरामपुर में राप्ती नदी उफान पर है।

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    UP News: भारी बारिश से नदियों में हुआ कटान। फाइल फोटो।

    जागरण टीम, लखनऊ। लगातार तीन दिन झमाझम बारिश के बाद शनिवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम का रुख परिवर्तित हुआ। कहीं आसमान साफ रहा तो कहीं बादल छाए रहे। पश्चिमी उप्र में मेरठ, अलीगढ़ समेत कुछ जिलों में बूंदाबांदी हुई। इससे पहले तीन दिनों तक हुई भारी वर्षा के प्रभाव से जर्जर मकानों तथा दीवारों के धराशायी होने का क्रम जारी है।

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    बुलंदशहर में दीवार गिरने से वृद्धा की मौत हो गई। सीतापुर में दीवार गिरने से दंपती सहित तीन लोग दबकर घायल हो गए। दूसरी ओर गंगा, यमुना, राप्ती, घाघरा-सरयू नदियां उफान मार रही हैं। जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

    खतरे के निशान के पार यमुना

    कानपुर देहात और फतेहपुर में यमुना खतरे के निशान से ऊपर हैं। फर्रुखाबाद और बदायूं में गंगा खतरे के निशान पर बह रही हैं। प्रयागराज में भी गंगा-यमुना खतरे के निशान की ओर बढ़ रही हैं। इन जिलों में तटवर्ती कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। शाहजहांपुर में गर्रा नदी खतरे के निशान की ओर है। मुरादाबाद में मुरादाबाद-रामपुर की सीमा पर लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर कोसी नदी का पानी पहुंच गया है। बहराइच में घाघरा और अयोध्या में सरयू नदी खतरे का निशान पार गई है।

    वाराणसी में बढ़ा गंगा का जलस्तर

    वाराणसी में बीते आठ घंटे में गंगा का जलस्तर खतरा बिंदु 71.26 मीटर के सापेक्ष 69.14 मीटर पहुंच गया। घाटों का आपसी संपर्क फिर टूट गया है और गंगा में नौका संचालन शुक्रवार से ही रोका जा चुका है। बलिया, मीरजापुर, गाजीपुर में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बलिया, आजमगढ़ और मऊ में सरयू नदी का जलस्तर खतरा बिंदु के पास है। कानपुर देहात में यमुना खतरे के निशान 108 मीटर से ऊपर पहुंच गई। मूसानगर में एक मार्ग डूब गया और वहां नाव चल रही है।

    फतेहपुर में यमुना खतरे के निशान के पार

    फतेहपुर में भी यमुना के खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर ऊपर बहने से ललौली क्षेत्र के 12 गांव और दस मजरे बाढ़ से प्रभावित हैं। उरई में 30 से अधिक गांवों में यमुना का पानी भर गया है। औरैया में भी पानी खतरे के निशान से ऊपर है। गोहानी कला संपर्क मार्ग और आस्ता संपर्क मार्ग पर नाव से आवागमन हो रहा है। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। 

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    गांवों में बाढ़ का खतरा

    बाराबंकी के दर्जनभर गांवों में पानी भर गया है। मिट्टी कटान से बेलहारी गांव में सात घर नदी में समा गए। सरयू नदी का जलस्तर खतरे निशान से ऊपर है। गोंडा में बाढ़ का पानी 12 गांवों में पहुंच गया है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 63 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर नौ सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। लखीमपुर में शारदा व घाघरा नदियां उफना गई हैं। यहां आठ गांवों की 25 हजार आबादी प्रभावित है। सीतापुर में बाढ़ के संकट में सौ गांव घिरे हैं। संपर्क मार्गों पर पानी भरने से नाव चलानी पड़ रही है।