लखनऊ में फिर गरजेगा प्रशासन का बुलडोजर, सीएम योगी के साथ बैठक के बाद एक्शन में आए अधिकारी
कुकरैल नदी पर कब्जा करके बसाए गए अकबरनगर प्रथम और द्वितीय पर जल्द बुलडोजर चलेगा। शासन में शनिवार सुबह एक बैठक के बाद इसके संकेत मिल गए हैं। बैठक के ठीक बाद मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब डीएम सूर्य पाल गंगवार नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह एलडीए उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी सहित कई अधिकारियों की गाड़ियां गोमतीनगर स्थित प्राधिकरण भवन की ओर दौड़ गईं।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। कुकरैल नदी पर कब्जा करके बसाए गए अकबरनगर प्रथम और द्वितीय पर जल्द बुलडोजर चलेगा। शासन में शनिवार सुबह एक बैठक के बाद इसके संकेत मिल गए हैं।
बैठक के ठीक बाद मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब, डीएम सूर्य पाल गंगवार, नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, एलडीए उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी सहित कई अधिकारियों की गाड़ियां गोमतीनगर स्थित प्राधिकरण भवन की ओर दौड़ गईं। एक हाई लेवल मीटिंग के बाद विधि अनुभाग से अकबरनगर मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला गया।
माना जा रहा है कि जिन लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका नहीं की है, उनके अवैध निर्माण को गिराने की कार्रवाई जल्द हो सकती है। अकबरनगर प्रथम और द्वितीय में 1068 आवासीय अवैध निर्माण हैं। इसमें कई बड़े-बड़े चार मंजिला तक अवैध घर और मदरसे बनाए गए हैं।
अयोध्या रोड पर बने 101 अवैध शोरूम
वहीं, अयोध्या रोड पर दोनों ओर 101 अवैध शोरूम बन गए हैं। एलडीए ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए हैं, इस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। पिछले दिनों हाईकोर्ट ने एलडीए को ऐसे अवैध निर्माण को गिराने की अनुमति प्रदान कर दी है, जिन्होंने हाईकोर्ट में याचिका नहीं की है।
विधि अनुभाग से अकबरनगर के सभी 122 याचिकाओं की डिटेल निकाली गई। एक-एक याचिका में कई लोगों को जोड़ा गया है। ऐसे में कौन से लोग याचिका से बाहर हैं? इसका पता लगाकर जल्द ही अकबरनगर में बुलडोजर को उतारा जा सकता है।
72 करोड़पतियों की सूची सौंपी
हाईकोर्ट में याचिकाकर्ताओं ने खुद को गरीब बताया था। हालांकि हाईकोर्ट को एलडीए ने 72 करोड़पतियों की सूची सौंप दी। जीएसटी और आयकर रिटर्न के आधार पर पता चला कि कुकरैल नदी पर कब्जा करके बनाए गए शोरूमों के दुकानदारों की प्रतिदिन की आय 15 से 20 लाख रुपये है। सालाना तीन करोड़ रुपये तक के टर्नओवर का पता उनके दस्तावेजों से चला।
अवैध शोरूम बनाने वालों के गोमतीनगर सहित कई इलाकों में पांच से छह बड़े-बड़े बंगले भी हैं। दस्तावेजों के अनुसार सम्राट फर्नीचर ने वर्ष 2017-18 में 1.36 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में 2.54 करोड़ रुपये, वर्ष 2019-20 में 2.15 करोड़ रुपये, वर्ष 2020-21 में 1.58 करोड़ रुपये, 2021-22 में 1.94 करोड़ रुपये, वर्ष 2022-23 में 2.29 करोड़ और इस वित्तीय वर्ष में अब तक करीब 95 लाख रुपये का टर्न ओवर किया।
एमएस ट्रेडर्स के मो. शकील का वर्ष 2018-19 का टर्नओवर 1.14 करोड़, वर्ष 2019-20 में 1.66 करोड़, वर्ष 2020-21 में 90 लाख, 2021-22 में 1.14 करोड़, 2022-23 में 1.80 करोड़ रुपये रहा। एलाइट वुडेन, रेहान स्टील सहित 101 में से कई कारोबारियों का सालाना टर्नओवर कागजों पर एक से तीन करोड़ रुपये है।