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    बनारस में ईवीएम बाहर ले जाने पर एडीएम सस्पेंड, कौशांबी में सपा कार्यकर्ताओं ने ली डीएम की कार की तलाशी

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Wed, 09 Mar 2022 10:24 PM (IST)

    UP Vidhan Sabha Election 2022 ईवीएम हैंडलिंग को लेकर मंगलवार की घटनाओं के बाद बुधवार को भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सजग दिखे। कौशांबी में तो सपाइयों ने डीएम की ही गाड़ी रोक ली और जांच के बाद जाने दिया। गोरखपुर और बस्ती में सपा कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर पहरेदारी की।

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    कौशांबी में सपाइयों ने डीएम की ही गाड़ी रोक कर जांच के बाद जाने दिया।

    लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को वाराणसी सहित कई अन्य जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की हैंडलिंग को लेकर हंगामा किया। इन घटनाओं के बाद बुधवार को भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सजग दिखे। कई जिलों में सपाइयों ने अधिकारियों की ही गाड़ी रोक ली और जांच के बाद जाने दिया। कौशांबी में तो डीएम की ही गाड़ी रोक कर जांच के बाद जाने दिया। वहीं भारत निर्वाचन आयोग ने वाराणसी में मूवमेंट प्लान जारी किए बिना मतगणना स्थल के गोदाम से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) निकाले जाने के मामले में प्रभारी अधिकारी ईवीएम व एडीएम सिविल सप्लाई नलिनी सिंह को सस्पेंड कर दिया है। 

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    वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि अभी आदेश की कापी नहीं मिली है। हालांकि, सुबह ही प्रभारी अधिकारी को निर्वाचन सभी कार्यों से मुक्त कर दिया गया है। उधर, एडीजी की गाड़ी में तोड़फोड़ और हंगामे में 300 अज्ञात के खिलाफ 16 संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।

    मतगणना से 40 घंटे पूर्व मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे वाराणसी में मतगणना स्थल के गोदाम से प्रशिक्षण के लिए ईवीएम एक गाड़ी में रखकर यूपी कालेज भेजी जा रही थीं। इस बीच पहड़िया मंडी परिसर के स्ट्रांग रूम में रखीं ईवीएम की निगरानी कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने दौड़ा कर वाहन को रोक लिया और धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वाहन चालक व एक कर्मी को बंधक बना लिया और एडीजी की गाड़ी पर पथराव भी किया।

    अधिकारियों को यह आश्वासन देना पड़ा कि यदि यह वोटिंग वाली ईवीएम हुईं तो दोबारा मतदान होगा। प्रेक्षक व आरओ की निगरानी में हुई जांच में स्पष्ट हुआ कि ये ईवीएम वोटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं हुई थीं। ये डेमो के लिए थीं और इन्हें दस मार्च को होने वाले मतगणना के लिए प्रशिक्षण देने हेतु भेजा जा रहा था। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने राजनीतिक दलों के सामने स्वीकारा कि ईवीएम प्रशिक्षण के लिए भेजे जाने की जानकारी राजनीतिक दलों से साझा करनी चाहिए थी।

    सोनभद्र में हटाए गए रिटर्निंग अफसर : बैलेट पेपर व रबर स्टांप स्ट्रांग रूम में ले जाने के सपा नेताओं के आरोप पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी टीके शिबु ने बुधवार को एसडीएम घोरावल/ रिटर्निंग अफसर रमेश कुमार को हटाकर कलेक्ट्रेट से संबद्ध कर दिया है। उनकी जगह श्याम प्रताप सिंह को इस पद की जिम्मेदारी दी गई है। आयोग के निर्देश पर बुधवार को कार्रवाई की गई।

    बरेली में भी दो अधिकारी हटाए गए : मंगलवार को बरेली के बहेड़ी नगर पालिका परिषद के कूड़ा वाहन में चुनाव से बचे मतपत्र व स्टेशनरी लाने के मामले बुधवार को उपजिलाधिकारी पारुल तरार को हटाकर राजेश चंद्र को यह जिम्मेदारी दे दी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी वीके सिंह को हटाकर यह दायित्व संतोष बहादुर सिंह को दे दिया गया।

    बुधवार को भी सजग दिखे राजनीतिक दल : मंगलवार की घटनाओं के बाद बुधवार को भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सजग दिखे। कौशांबी में तो सपाइयों ने डीएम की ही गाड़ी रोक ली और जांच के बाद जाने दिया। डीएम ने भी स्वेच्छा से गाड़ी चेक करने दिया। गोरखपुर और बस्ती मंडल के जिलों में सपा कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर पहरेदारी की ही, अधिकारियों से लेकर हर आने जाने वालों की गाड़ियां भी चेक कीं। खलीलाबाद में लेखपाल के रजिस्टर में क्रमांक दर्ज दो सादे मतपत्र मिलने पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया।

    भजन गाकर रातभर डटे रहे : कानपुर देहात, इटावा, फर्रुखाबाद, कन्नौज, फतेहपुर, बांदा, महोबा, उरई, हमीरपुर, चित्रकूट में भी मतगणना स्थल के बाहर सपाई डेरा डाले रहे। कहीं भजन तो कहीं गा-बजाकर रातभर डटे रहे। उन्नाव में ईवीएम सील करने का सामान देख सपाइयों ने लेखपाल को रोककर हंगामा किया। मुरादाबाद में मंडी समिति में सपाइयों ने एक गाड़ी को रोककर उसमें बैलेट पेपर ले जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

    मारपीट और हंगामा : आगरा में एक सरकारी वाहन में छेनी हथौड़ा-मिलने पर मारपीट व हंगामा हुआ। अलीगढ़, फिरोजाबाद में भी सतर्कता रही। पीलीभीत, शाहजहांपुर व बदायूं में भी मंगलवार रात से ही सपाई मतगणना स्थल के बाहर टेंट लगाकर डटे रहे।