बसपा सांसद अतुल राय दुष्कर्म प्रकरण में एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी निलंबित, लापरवाही का आरोप
बसपा सांसद अतुल राय प्रकरण में करीब एक साल से निलंबित चल रहे डिप्टी एसपी अमरेश सिंह बघेल की गिरफ्तार के बाद एक और कड़ी कार्रवाई की है। वाराणसी तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) नगर विकास चंद्र त्रिपाठी निलंबित कर दिए गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित युवती के आत्मदाह के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस मामले में निलंबित सीओ अमरेश सिंह बघेल की गिरफ्तारी के बाद अब शासन ने एसआइटी जांच में लापरवाही के दोषी पाए गए वाराणसी तत्कालीन अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी), नगर विकास चंद्र त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है। पूरे मामले में कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है।
बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित युवती और उसके पैरोकार ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के गेट के सामने आत्मदाह कर लिया था। शासन ने पूरे मामले की जांच के लिए डीजी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड आरके विश्वकर्मा व एडीजी महिला सुरक्षा व बाल सुरक्षा संगठन नीरा रावत की दो सदस्यीय एसआइटी (एसआइटी) गठित की थी।
एसआइटी की जांच में पर्यवेक्षण में लापरवाही व उदासीनता के दोषी पाए गए एएसपी विकास चंद्र त्रिपाठी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू की गई थी, जबकि वाराणसी के तत्कालीन एएसपी विनय कुमार सिंह को कारण बताओ नोटिस देकर 15 दिन में जवाब तलब किया गया था। वाराणसी में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद विकास चंद्र त्रिपाठी वहां अपर पुलिस उपायुक्त के पद पर भी तैनात थे। वर्तमान में वह डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध हैं।
विकास त्रिपाठी को एसआइटी ने पीड़ित युवती व उसके पैरोकार युवक की ओर से की गई शिकायतों की जांच में शिथिलता का दोषी पाया था। अग्रिम विवेचना के एक मामले में उनके अलग-अलग निष्कर्षों को जांच समिति ने उदासीनता व लापरवाही माना था। इससे पूर्व जांच टीम की अंतरिम रिपोर्ट पर बीते दिनों पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर व सांसद अतुल राय के विरुद्ध लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में पीड़ित युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई थी। लखनऊ पुलिस ने आरोपित पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया था।