लखनऊ में चार साल की मनु की मदद को आगे आए Gautam Adani, ट्विटर पर यूजर्स बोले-गरीबों को संभालने वाला कोई तो है
भारत के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी लखनऊ में रहने वाली एक 4 साल की मासूम के लिए फरिश्ता बने हैं। जहां उन्होंने दिल में छेद के बाद जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही लखनऊ की मनुश्री की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
लखनऊ, संवाद सूत्र। चार साल की मनुश्री के दिल के छेद का इलाज अब अडाणी ग्रुप के चेयरमैन Gautam Adani करवाएंगे। सोशल मीडिया के माध्यम से बच्ची के इलाज के खर्च के लिए चलाई गई मुहिम पर Gautam Adani ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि बच्ची के इलाज का सारा खर्च अडाणी फाउंडेशन उठाएगा। सोमवार को ही फाउंडेशन के कर्मचारी पीजीआई पहुंचे और बच्ची के परिजनों के साथ साथ पीजीआइ अकाउंट डिपार्टमेंट से भी सारी डिटेल ले गए। फिलहाल बच्ची को एडमिट करने के लिए अगले दिन संस्थान में बुलाया गया है।
वहीं गौतम अडानी के ट्वीट के बाद पोस्ट पर लोगों के कमेंट्स की बौछार है। कोई अडानी ग्रुप के काम की सराहना कर रहा है तो कोई और भी उनसे मदद की गुहार लगा रहा है। आकाश ने लिखा- आप भारत के आने वाले रतन टाटा हो। तो इंद्रजीत मिश्रा ने कहा कि गरीबों को संभालने वाला कोई तो है। वहीं कई यूजर्स ने बच्ची के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
जानकारी के मुताबिक, सरोजनीनगर के रहने वाले शशीकांत गौतम एक निजी संस्थान में काम करते हैं और उनकी चार वर्ष की बेटी मनुश्री का दिल के छेद का इलाज पीजीआइ के कार्डियोलॉजी विभाग से चल रहा है। हाल ही में पीजीआइ द्वारा बच्ची के इलाज के लिए एक लाख 25 हजार रुपए का खर्च बताया गया था। डॉक्टरों द्वारा बच्ची का एएसडी डिवाइस क्लोजर होना था जिसके बाद बच्ची को बीमारी से निजात मिल जाती।
शशिकांत की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी जिसके चलते उनके सहयोगी आशुतोष त्रिपाठी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बच्ची के इलाज के खर्च के लिए एक मुहिम चलाई। साथ ही बच्ची के पिता का एक अकाउंट नंबर भी जारी किया गया। लगातार लोगों द्वारा उस अकाउंट नंबर पर धनराशि भेजी जा रही थी जो लगभग एक लाख 33 हजार से अधिक एकत्र हो गई थी। लेकिन इसी बीच रविवार को देर रात अडाणी ग्रुप के चेयरमैन Gautam Adani द्वारा आशुतोष त्रिपाठी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह जानकारी दी गई कि बच्ची के इलाज का सारा खर्च अब अडाणी फाउंडेशन उठाएगा।
उन्होंने ट्वीट करते हुए यह भी लिखा कि फाउंडेशन के कर्मचारियों को बच्ची के परिजनों से संपर्क करने के लिए कहा गया है। जल्द ही बच्ची स्वस्थ होकर अपने स्कूल जाएगी और दोस्तों के साथ खेलेगी। फिलहाल आशुतोष त्रिपाठी के मुताबिक, सोमवार को अडाणी फाउंडेशन के कर्मचारी पीजीआइ अस्पताल पहुंचे और बच्ची के पिता के साथ साथ अकाउंट डिपार्टमेंट से बच्ची से संबंधित सारी डिटेल ले गए और जल्द ही फंड भेजने की बात कही है। यही नहीं बच्ची को सोमवार को एडमिट करने के लिए भी पीजीआइ बुलाया गया है।
पीजीआइ के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर आदित्य कपूर ने बताया कि बच्ची के दिल में छेद है जिसके चलते उसका एचडी क्लोजर होना है। डॉक्टर अंकित साहू की देखरेख में बच्ची का इलाज किया जा रहा है, उसे एडमिट करने के लिए बुलाया गया है।
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