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    योग महोत्सव में बोले सीएम, सूर्य नमस्कार की क्रियाएं नमाज से मिलती-जुलती

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Wed, 29 Mar 2017 11:42 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग महोत्सव में सूर्य नमस्कार की क्रियाओं को नमाज से मिलती-जुलती बताकर लोगों को जोड़ने की बात की।

    योग महोत्सव में बोले सीएम, सूर्य नमस्कार की क्रियाएं नमाज से मिलती-जुलती

    लखनऊ (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि सूर्य नमस्कार की क्रियाएं नमाज से मिलती-जुलती हैं। उन्होंने सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसनों और क्रियाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ध्यान से देखें तो नमाज कीकई क्रियाएं इससे मिलती हैं मगर पिछली सरकारों ने इस पर काम नहीं किया। वे लोगों को जोडऩे के बजाय तोडऩे में लगी रहीं। मुख्यमंत्री बुधवार को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में राज्य स्तरीय योग महोत्सव में बोल रहे थे।
    बाबा रामदेव के प्रयासों की जमकर सराहना 
    विश्व में योग की पहचान बनाने में बाबा रामदेव के प्रयासों की उन्होंने जमकर सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले योग के कार्यक्रम सांप्रदायिक माने जाते थे। अब ऐसा नहीं है। पहले योग दिवस पर 172 देश साथ में खड़े हुए तो दूसरी बार अंतरराष्ट्रीय पटल पर यह संख्या बढ़कर 192 हो गई। हमें योग को जनजन तक पहुंचाना और अधिक से अधिक लोगों को स्वस्थ बनाना है। 'यूपी की सभी बीमारियों का पता चल गया है। सभी का इंतजाम किया जाएगा। अभी छोटे निर्णय किए हैं अब बड़े फैसलों की बारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीख पर हम पूरी तरह से अमल कर रहे हैं। मोदी ने कहा था कि चुनाव जीत चुके हैं और अब चुनौतियां सामने हैं। हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩा है। नोटबंदी की भी उन्होंने सराहना की। कहा कि यूपी की 22 करोड़ जनता के लिए बड़े निर्णय लेने में अब देर नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि सत्तर साल में भारत विश्व के सौ विश्वविद्यालयों में जगह नहीं बना पाया। जननी और जन्मभूमि के साथ लगाव और संबंध ही भारत को विकास के पथ की ओर ले जाएंगे। 
    शिक्षा में योग अनिवार्य रूप से हो शामिल : रामदेव
    इस मौके पर योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योग को शिक्षा में शामिल करने की जरूरत है। तभी योग के जरिए प्रदेश एक उत्तम प्रदेश बनेगा। बाबा रामदेव ने कहा कि अब सभी ने स्वीकार कर लिया है कि योग किसी धर्म का नहीं है, सबका है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल की तरह मनाने जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति सिर्फ आधे घंटे अपने शरीर के लिए निकाले। उन्होंने उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से तीन मांगें प्रदेश में लागू करने का आग्रह किया। इनमें संस्कृत विद्यालय में तैनात शिक्षकों की वेतन विसंगतियां दूर करने, यूपी में संस्कृत विश्वविद्यालय बनवाने और शिक्षा में योग अनिवार्य रूप से लागू करने की बात कही। इस उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने तीनों ही मांगों पर मुख्यमंत्री से चर्चा करके प्रस्ताव लाने की बात कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि अगर स्वस्थ रहना है तो योग जरूरी है। उन्होंने कहा कि 83 वर्ष की उम्र में खड़ा हूं तो उसके पीछे सूर्य नमस्कार है। राजधानी के लोग योग के महत्व की जानकारी और बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए 31 मार्च तक  यहां चलने वाले इस महोत्सव के जरिए जानकारी ले सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए बाबा रामदेव जो मार्गदर्शन करेंगे उसे लागू किया जाएगा। वहीं, वैदिक गुरुकुल हरिद्वार के बच्चों ने मुख्य अतिथि के सामने कई प्रतिभाएं दिखाईं। बाबा रामदेव ने नारायण नाम के बच्चे की प्रशंसा करते हुए कहा कि नारायण को गीता के सारे अध्याय याद हैं।

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