Lakhimpur Nighasan Case: निघासन कांड के आरोपित भेजे गए जेल, लगेगा रासुका और गैंगस्टर
Lakhimpur Nighasan Case लखीमनपुर के निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी दो सगी बहनों की बुधवार को दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। मृतकों की मां ने बताया था कि दोपहर को बाइक सवार तीन युवक बहला-फुसलाकर उनकी बेटियों को साथ ले गए थे।

लखीमपुर, जागरण संवाददाता। निघासन कांड के सभी छह आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने मामले की विवेचना तेज कर दी है। पुलिस इन सभी आरोपितों पर जल्द ही रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की भी तैयारी में है। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपितों पर मामले की विवेचना गहनता के साथ की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के अनुसार कार्रवाई होगी।
पीड़ित परिवार के खाते में भेजी 8.25 लाख की पहली किस्त
निघासन कांड को लेकर शासन-प्रशासन की संजीदगी लगातार तेजी पकड़ती जा रही है। इस मामले में शुक्रवार को सुबह ही पीड़ित मां के बैंक खाते में एससी एसटी एक्ट के तहत मिलने वाली 8.25 लाख की पहली किस्त भेज दी गई है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर व एएसपी अरुण कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह धनराशि पीड़ित परिवार के खाते में भेजी जा चुकी है। शेष धनराशि भी जल्दी ही स्थानांतरित की जाएगी। डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री की ओर से मिलने वाली पच्चीस लाख की धनराशि सभी योजनाओं को मिलाकर दी जाएगी। अगर इसमें धनराशि कम होगी तो शेष पैसा मुख्यमंत्री कार्यालय से आएगा।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई, सभी योजनाओं के तहत मिलेंगे 25 लाख
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से खबर मिली है कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी, ताकि पीड़ित परिवार को जल्द इंसाफ मिल सके और दोषियों को सजा मिल सके। एक माह के अंदर ही इस पूरे मामले की सुनवाई पूरी कर ली जाएगी और अदालत अपना फैसला भी सुनाएगी। इसके साथ ही समाज में यह संदेश जाएगा कि इस तरह का अपराध करने वालों की क्या हालत होगी।
यह था पूरा मामला
निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी दो सगी बहनों को बुधवार दोपहर को बाइक सवार तीन युवक बहला-फुसलाकर साथ ले गए थे। दोनों किशोरियों को खेत में ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म करने के बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। बाद में आरोपितों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर किशोरियों के शव उन्हीं के दुपट्टे से पेड़ से लटका दिए थे, ताकि घटना आत्महत्या लगे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गुरुवार सुबह ही इस वारदात में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ ही पूरे मामले का राजफाश कर दिया था।

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