आधार नंबर ने खोली जालसाज पोल, पुलिस ने पकड़कर भेजा जेल, आप भी धोखाधड़ी से बचने के लिए करें ये काम
लखनऊ आरटीओ में आधार की मदद से वाहन हस्तांतरण में जालसाजी पकड़ी गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जालसाज को जेल भेज दिया है। वाहन को आधार से लिंक करने से फर्जी पंजीकरण रोका जा सकता है। ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन मालिकों के लिए मोबाइल नंबर व आधार अपडेट करने की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है। RTO के अनुसार ऐसा करने से सरकारी अपडेट सीधे मोबाइल पर मिलेंगे।

जागरण संवाददाता, लखनऊ । ट्रांसपोर्ट नगर आरटीओ कार्यालय में वाहन हस्तांतरण कराने वाला व्यक्ति जालसाज है, यह असलियत आधार नंबर की वजह से सामने आई और फर्जी तरीके से वाहन की बिक्री नहीं हो सकी।
यह खबर सभी वाहन स्वामियों के लिए अहम और उन्हें सचेत करने वाली है, क्योंकि यदि वाहन से आधार लिंक नहीं होता तो उसे पकड़ना काफी मुश्किल होता। पुलिस ने एफआइआर दर्ज करके जालसाज को जेल भेज दिया है लेकिन, इतने भर से निश्चिंत न हो जाएं। अपने वाहन को आधार से लिंक जरूर कीजिए।
रोका जा सकता है फर्जी वाहन पंजीकरण
वाहन को आधार से लिंक करने से डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस और फर्जी वाहन पंजीकरण को रोका जा सकता है। इससे धोखाधड़ी कम करने और वाहन चोरी या आपात स्थिति में मालिक की पहचान करने करने में मदद मिलती है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) ने ड्राइविंग लाइसेंस व पंजीकृत वाहन मालिकों के लिए मोबाइल नंबर व आधार अपडेट करने की सुविधा आनलाइन शुरू की है। अब इसके लिए आरटीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है।
मोबाइल नंबर अपडेट, आधार से लिंक करने की पूरी प्रक्रिया parivahan.gov.in पोर्टल पर उपलब्ध है। पोर्टल पर वाहन और सारथी नाम से दो क्यूआर कोड दिए गए हैं, पोर्टल पर सारथी क्यूआर कोड स्कैन करना होगा या संबंधित पेज पर जाना होगा। इसके बाद अपने ड्राइविंग लाइसेंस के साथ मांगी गई जानकारी को भरना होगा।
आपको अपनी जन्मतिथि, राज्य का नाम और कैप्चा कोड को सावधानी से भरना होगा। प्रक्रिया को पूरा करने के बाद नीचे दिखाई दे रही सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। एआरटीओ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया, इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आपका मोबाइल नंबर और आधार आपके वाहन या ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक हो जाएगा।
इससे आपको भविष्य में किसी भी सरकारी अपडेट या नोटिस की जानकारी सीधे आपके मोबाइल पर आ जाएगी। वहीं, आरटीओ कार्यालय में शनिवार शाम को पटल संख्या आठ पर पकड़े गए देवानंद के विरुद्ध सरोजनी नगर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दिया है।
बिक्री होने वाली बाइक की चोरी की आशंका
पुलिस व परिवहन विभाग को आशंका है कि जिस बाइक की बिक्री की जा रही थी, वह चोरी की है। विक्रेताओं के पास वाहन की आरसी आदि न होने से आशंका को बल मिल रहा है। बाइक चोरों का गिरोह इस खेल में शामिल हो सकता है। इस बिंदु की भी जांच हो रही है।
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