लखनऊ नगर निगम की बिल्डिंग में ही बिना सुरक्षा के चल रहे 40 अवैध होटल, कार्रवाई करने से बच रहे अफसर
लखनऊ नगर निगम की बिल्डिंग में ही अवैध रूप से 32 होटल चल रहे हैं जबकि बगल की बिल्डिंग न्यू मार्केट में आठ होटल संचालित हैं। इन होटलों में सुरक्षा के मा ...और पढ़ें

लखनऊ, [अजय श्रीवास्तव]। हम चारबाग गुरुनानक मार्केट पहुंचे तो यहां भूलभुलैया जैसा नजारा था। कौन सी सीढ़ी किस होटल की तरफ जा रही है, पता नहीं चल सकता है। संकरी से गेट वाली मार्केट के ऊपर नगर निगम की इस बिल्डिंग में ही अवैध रूप से 32 होटल चल रहे हैं, जबकि बगल की बिल्डिंग न्यू मार्केट में आठ होटल हैं। दस से बारह कमरों वाले इन होटलों को नगर निगम की तरफ से आवंटित आवासों को तोड़कर अवैध तरह से बनाया गया था। बाहर निकलने के लिए संकरी सीढ़ियां और रास्ता है, होटल से बाहर निकल भी गए तो मार्केट की तंग गली से ही सड़क पर आना होगा।
अगर आग लग जाए तो बाहर निकलने के कोई इंतजाम नहीं हैं। किताबों के साथ ही अन्य कई गोदाम हैं। बिजली के तारों का मकड़जाल है और ये तार कितने पुराने हैं, यहां के दुकानदारों को खुद ही नहीं मालूम है। कुछ साल पहले होटल स्वागत में आग लगने की घटना को यहां के लोग भूल नहीं पाए हैं, जब जान बचाने के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो गया था।
यहां अग्निशमन सुरक्षा के भी इंतजाम नहीं हैं। अगर आगजनी की घटना हुई तो बड़े पैमाने पर जनहानि से इन्कार नहीं किया जा सकता है। नगर निगम प्रशासन के नकारापन और खुद की जेब गरम करने के लिए अफसरों ने इस अवैध निर्माण की नींव दो दशक पहले रखी थी, जो आज इतनी अधिक फैल गई है कि एक ही भवन में कदम-कदम पर होटल है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण भी नोटिस-नोटिस खेलकर शांत हो गया और नगर निगम कोई कार्रवाई करने में खुद को कमजोर समझ रहा है। एलडीए से न तो मानचित्र पास है और न ही अग्निशमन सुरक्षा के कोई इंतजाम। विद्युत सुरक्षा निदेशालय से सुरक्षा जैसी कोई रिपोर्ट नहीं है। इसमें 48 मकानों में अधिकांश में होटल ही चल रहे हैं। नगर निगम की अनुमति के बगैर ही आवासों को तोड़कर ये होटल बनाए गए हैं। इसमें कुछ मूल किराएदार हैं तो कुछ कथित तौर पर किराएदार बनकर अवैध होटल चला रहे हैं।
गुरुनानक मार्केट में किन मकानों में चल रहे होटल
- भवन नंबर छह होटल सार्थक
- भवन नंबर आठ हुलसी लाज
- भवन संख्या 13 प्रीत होटल
- भवन संख्या 21 होटल पंजाब इन
- भवन संख्या 22 होटल पंजाब इन
- भवन संख्या 23 होटल पंजाब इन
- भवन संख्या 24 स्वागत होटल
- भवन संख्या 25 स्वागत होटल
- भवन संख्या 36 अवध गेस्ट हाउस
- भवन संख्या 37 होटल मिलन
- भवन संख्या 38 होटल मिलन
- भवन संख्या 39 होटल ज्ञान
- भवन संख्या 40 होटल रतन दीप
- भवन संख्या 41 होटल रतन दीप
- भवन संख्या 44 होटल प्रीत इन
- भवन संख्या 45 होटल मनप्रीत
- भवन संख्या 47 होटल शिफ्टी
- भवन संख्या 48 होटल सरनजीत
- होटल मंयक
- होटल प्लेटियम
- रायलदीप होटल
- प्रीती कांटीनेंटल
- होटल राखी
- हरिमोहन होटल चारबाग की दुकानें
- 192 नंबर बजरंग लाज
- 134 नंबर होटल जसप्रीत
- होटल माया
- होटल नंदन होटल हर्षराज
- होटल मामा
न्यू मार्केट चारबाग
- पांच नंबर बाबा होटल
- दस नंबर अशोक होटल
- 11 नंबर शांति लाज
- 12 नंबर भोले नाथ होटल
- 16 नंबर होटल यशोदा
- 17 नंबर होटल यशोदा
- 18 नंबर होटल संगम
- 19 नंबर शर्मा होटल
लेवाना घटना के बाद भी नगर निगम मौन : लेवाना होटल की घटना के बाद भी नगर निगम अवैध तरह से खुद ही बिल्डिंग में चल रहे अवैध होटलों से अनजान बना हुआ है और शायद उसे किसी घटना का इंतजार है।

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