Hello Doctor: मुंहासे में गुनगुने पानी से धुलें चेहरा, फैटी फूड से करें तौब
Hello Doctor दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एके सिंह ने पाठकों को स्वस्थ रहने के उपाए बताए।
लखनऊ, जेएनएन। Hello Doctor: हार्मोनल बदलाव से युवावस्था में मुंहासे की समस्या आम है। उन्हें फोडऩे-नोचने से त्वचा पर दाग बन जाते हैं। ऐसे में चेहरा बदनुमा हो जाता है। लिहाजा, चेहरे पर दाने निकलने पर गुनगुने पानी से दिन में दो-तीन बार धुलें। इससे स्किन के रोम छिद्र खुलेंगे। वहीं, फैटी फूड (वसा युक्त खाद्य पदार्थ) खाने से बचें। मुंहासे में राहत मिलेगी। साथ ही तनाव मुक्त रहने से झुर्रियों से बचाव होगा। गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एके सिंह मौजूद रहे। उन्होंने पाठकों को स्वस्थ रहने के उपाए बताए।
सवाल : गर्मियों में बच्चे के चेहरे पर सफेद स्पॉट पडऩे लगते हैं। कुछ दिनों बाद खुद ही ठीक हो जाते हैं। (शोभा, राजाजीपुरम)
जवाब : स्पॉट को लेकर घबराएं नहीं। कभी-कभार पेट में कीड़े होने की वजह से यह समस्या हो जाती है। डॉक्टर की सलाह पर कीड़े मारने की दवा खिलाएं, ठीक हो जाएगा।
सवाल : शरीर पर चकत्ते पड़ रहे हैं। आंखों के नीचे खुजली व सूजन की समस्या है। (रमाशंकर, रायबरेली)
जवाब : यह एलर्जी की समस्या है। दवाओं के सेवन व कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से ऐसा हो सकता है। दिन में जो भी खाएं, उस दरम्यान होने वाली दिक्कतों का ध्यान रखें। दिक्कत करने वाली वस्तु से परहेज करें।
सवाल : चेहरे पर मुंहासे पड़ रहे हैं। दाग न पड़े, इसलिए क्या करें। (प्रतिमा, हरदोई)
जवाब : गुनगुने पानी से मुंह दो-तीन बार दिन में धुलें। वसा युक्त खाद्य पदार्थ खाने से बचें। धूप से बचाव करें। सन ब्लॉक क्रीम लगाएं।
सवाल : सिजेरियन प्रसव से पेट पर निशान बन गए हैं। कैसे ठीक होगा। (सरिता, गोमतीनगर)
जवाब : ऑपरेशन होने पर टांके वाले स्थान को सपोर्ट देकर रखना पड़ता है। इसके अलावा 15-15 मिनट दिन में क्रीम से मालिश करें। तीन-चार हफ्ते में सुधार आने लगेगा।
सवाल : तीन वर्ष का नाती है। चाय से जल गया था। अब घाव वाले स्थान पर त्वचा मोटी हो गई है। (रामकुमार, रायबरेली)
जवाब : घाव अधिक दिन बने रहने से जोड़ के पास स्किन मोटी हो जाती है। इसके लिए प्रेशर गारमेंट्स व क्रीम से राहत मिल सकती है। एक बार प्लास्टिक सर्जरी विभाग में दिखा लें।
सवाल : मुंहासे से चेहरे पर दाग पडऩे लगे हैं। क्या करें। (मधू, अलीगंज)
जवाब : चेहरे को गुनगुने पानी से धुलें। उन्हें फोड़े नहीं, वसा युक्त भोज्य पदार्थ न लें। धूप में निशान गहरे पडऩे का खतरा रहता है। इसलिए सन प्रोटेक्शन फैक्टर-50 से ऊपर वाली क्रीम लगाएं।
सवाल : कई महीनों से बुखार आ रहा है। क्या उपाए है। (सरोजनीनगर)
जवाब : बुखार कब-कितना रहता है। इसका 15 दिन का चार्ट बना लें। इसके अलावा ब्लड टेस्ट कर जांच करा लें।
सवाल : आंखों के नीचे त्वचा ढीली हो गई है। फूली सी रहती है, क्या करें। (राजीव, लखीमपुर)
जवाब : यदि उम्र का फैक्टर नहीं है। समस्या की शुरुआत है। ऐसे में उंगली से पांच से दस मिनट मसाज करें। नाक की तरफ से उंगली बाहर की ओर ले जाएं। नित्य मसाज करने से राहत मिलेगी।
सवाल : 33 वर्ष उम्र है। चेहरे पर आंखों के नीचे झुर्रियां पडऩे लगी हैं। क्या करें। (अरविंद, बछरावां)
जवाब : ऑयली क्रीम से आंखों के नीचे मसाज करें। तनाव कम लें। हरी सब्जियों का सेवन करें। पानी पर्याप्त मात्रा में पीयें।
सवाल : यूरिन में प्रोटीन निकलने की समस्या है। कभी-कभी बैठे-बैठे धड़कन बढ़ जाती है। (पंकज, सीतापुर)
जवाब : इलाज कर रहे डॉक्टर सेे दोबारा मिलें। यदि अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं तो फोन पर परामर्श लें। दवाओं में फेरबदल भी किया जा सकता है।
सवाल : 60 वर्ष उम्र है। सिर से माथे तक रूखापन व दाने निकल आते हैं। (पी कुमार, लखनऊ)
जवाब : आप कोल्ड क्रीम बंद कर दें। इससे स्किन के छिद्र बंद हो रहे हैं। डॉक्टर को दिखाकर शैंपू, क्रीम का प्रयोग करें।
सवाल : मुंहासे निकले थे, अब गड्ढे पड़ गए। क्या करें। (पंकज, लखीमपुर)
जवाब : इसके दाग तो दवा से कम किए जा सकते हैं, मगर गड्ढे हटाने के लिए उसकी गहराई देखकर इलाज तय किया जाएगा। इसमें लेजर समेत तमाम प्रोसीजर होते हैं।
स्टेरॉयड क्रीम दे रहा कई बीमारियां
गोरा होने के लिए स्टेरॉयड क्रीम का चलन बढ़ा है। यह क्रीम स्किन को पतला व कमजोर कर देती है। वहीं, मनमानी दवा खाने से किडनी, हार्ट, लिवर, डायबिटीज की समस्या हो रही है।
सप्ताह में एक बार ही करें शैंपू
कम उम्र में बाल सफेद होना, झडऩे की समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में पौष्टिक आहार का सेवन करें। व्यायाम-योगा करें, तनाव से दूर रहें। वहीं, हार्ड शैंपू का प्रयोग न करें। खासकर, स्ट्रांग एसिड, स्ट्रांग एलकिली, बेंजीन कंपाउंड वाले शैंपू का अधिक प्रयोग न करें। वहीं, हर रोज शैंपू के बजाय सप्ताह में एक ही बार करें।
घर में ड्रेसिंग करने से पहले पट्टी को करें विसंक्रमित
बाजार से डायरेक्ट रूई-पट्टी खरीदकर ड्रेसिंग करने से संक्रमण का खतरा रहता है। ऐसे में जख्मों की ड्रेसिंग से पहले रूई-पट्टी को विसंक्रमित कर लें। इसके लिए एक कूकर में खाली बर्तन रखें। उसमें रूई-पट्टी रख दें। वहीं बर्तन के आस-पास पानी भरकर कूकर को बंद कर दें। 15 से 20 मिनट गैस पर कूकर रखने से भाप के जरिए रूई-पट्टी विसंक्रमित हो जाएगी।