Move to Jagran APP

राजनाथ सिंह बोले, हर प्रकार के 'वाद' से निपटने में सक्षम है भारत

देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की बाहरी के साथ आतंरिक सुरक्षा भी मुस्तैद रहेगी। लखनऊ के गोमतीनगर में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज ही नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) के भवन का शिलान्यास किया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Mon, 28 Dec 2015 04:21 PM (IST)
राजनाथ सिंह बोले, हर प्रकार के 'वाद' से निपटने में सक्षम है भारत

लखनऊ। देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की बाहरी के साथ आतंरिक सुरक्षा भी मुस्तैद रहेगी। लखनऊ के गोमतीनगर में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज ही नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) के भवन का शिलान्यास किया।

इस दौरान गृह मंत्री ने कहा कि अब देश में हर वाद यानी आतंकवाद, उग्रवाद तथा माओवाद बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि हम इतने सक्षम हैं कि इनमें से किसी भी वाद को देश में पनपने नहीं देंगे। उन्होंने एक बार फिर आज कहा कि भारत में आइएस का कोई भी प्रभाव नही है। अगर हमको पता चलता है कि कही पर भी इसको सक्रिय करने का प्रयास हो रहा है तो उसका दमन कर देंगे। उन्होंने कहा कि आइएस इस समय विश्व में संकट पैदा कर रहा है। हम भी इससे सचेत हैं। हमारे देश के मुस्लिम भी इसके खिलाफ हैं। अपराधी तथा अपराध भी हाईटेक हो गये हैं। हमको इनसे हर प्रकार से निपटना ही होगा।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एनआइए को दुनिया की सबसे भरोसेमंद जांच एजेंसी बताया। उन्होंने कहा कि इस एजेंसी ने हर जगह पर देश का नाम बढ़ाया है। इस जांच एजेंसी को जो भी काम मिला है, उसको इसने बखूबी निभाया है। बीते सात वर्ष में एनआइए ने 112 मामलों की जांच की। इसकी जांच में ïप्रतिशत मामलों में लोगों को सजा मिली है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र लखनऊ में एनआइए का ऑफिस होना गर्व की बात है। इसके लिए मैं उत्तर प्रदेश सरकार को भी धन्यवाद दूंगा, जिसमें जमीन उपलब्ध कराई है।

इससे पहले राजनाथ सिंह ने लखनऊ के गोमतीनगर में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी के कार्यालय तथा आवासीय परिसर का शिलान्यास भी किया। गोमतीनगर विस्तार में बनने वाले भवन में कार्यालय व आवास बनाये जा रहे हैं। एनआइए का यह क्षेत्रीय मुख्यालय होगा। यहां से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, बिहार व छत्तीसगढ़ राज्यों के विशेष मामलों की जांच होती है। अब तक यह कार्यालय लखनऊ के गोमतीनगर में किराये के मकान में चल रहा है। नये भवन निर्माण का कार्य करीब डेढ़ वर्ष में पूरा होगा और 32.66 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी है। इसका निर्माण नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन करेगा। ऑफिस 2,720 वर्गमीटर में बनेगा जबकि रेजिडेंशियल कॉलोनी 6 हजार वर्गमीटर में होगा। केंद्र इसके कार्यालय और सह आवासीय परिसर के लिए 33 करोड़ का फण्ड जारी किया है। इसे डेढ़ वर्ष की अवधि में पूरा किया जाएगा।

क्या होगा लाभ

लखनऊ में एनआईए कार्यालय खुलने से इसका फायदा नक्सल प्रभावित राज्यों बिहार, झारखण्ड, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ को मिलेगा। इस क्षेत्रीय कार्यालय की वजह से जांच एजेंसी नक्सालियों पर कार्रवाई कर सकेगी। इतना ही नहीं, जांच एजेंसी आतंकी संगठनों के युवकों को बहकाने व आतंकी बनाने की कोशिश को भी नाकाम कर सकेगी। जिस तरह से संभल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अल-कायदा और आईएसआई के तार जुड़े हैं, उस नेक्सस को भी तोडऩे में कामयाबी मिलेगी।