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पाकिस्तान का एनएसए की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण : राजनाथ

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का मानना है कि पाकिस्तान का एनएसए की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दो दिन के दौरे पर आज एक कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हमेशा से सीज फायर का उल्लंघन हुआ है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 23 Aug 2015 02:05 PM (IST)Updated: Sun, 23 Aug 2015 05:27 PM (IST)
पाकिस्तान का एनएसए की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण : राजनाथ

लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का मानना है कि पाकिस्तान का एनएसए की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दो दिन के दौरे पर आज एक कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हमेशा से सीज फायर का उल्लंघन हुआ है। लखनऊ के दौरे के दूसरे दिन गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान परिषद में एक कार्यक्रम में थे।

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राजनाथ सिंह ने कहा भारत हमेशा से ही अपने पड़ोसियों से अच्छे संबंध चाहता रहा है। इसके बाद भी हमारे पड़ोसी पाकिस्तान का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एसएसए) की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उफा बैठक में दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच आतंकवाद पर बातचीत का जो एजेंडा तय हुआ था उसी पर बात करने से पाकिस्तान पीछे हट गया है। पाकिस्तान ने एजेंडे से भटकते हुए वार्ता निरस्त की जो गलत है। अब भारत के अगले कदम के सवाल पर राजनाथ ने कहा कि इसका फैसला पाकिस्तान को करना है। राजनाथ ने कहा कि लगता है कि पाकिस्तान अब आतंकवाद पर भारत से बात नहीं करना चाहता है। उन्होंने कहा कि वार्ता रद होने से पाकिस्तान की हकीकत एक बार फिर सामने आ गई है। इससे उनकी कपट से भरी कूटनीति का भी खुलासा हो गया है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमेशा से भारत की सोच रही है कि पड़ोसी देशों के साथ उसके रिश्ते अच्छे और मधुर हों। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) सरताज अजीत ने आतंकवाद पर बात करने से बचने के लिए भारत आने का अपना दौरा रद कर दिया। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान का कश्मीर को मुख्य मुद्दा बताया जाना गलत है। सवाल किया कि अगर कश्मीर पर चर्चा करनी थी उसे पहले तय करना चाहिए था। अब पाकिस्तान को तय एजेंडे से भटकना नहीं चाहिए था।

पाकिस्तान के हुर्रियत नेताओं से बातचीत को पाक की पुरानी आदत बताते हुए गृह मंत्री ने कहा कि उफा में ही तय हो गया था कि बातचीत भारत-पाकिस्तान के बीच ही होगी, कोई तीसरा पक्ष नहीं होगा। ऐसे में फिर ऐसे नेताओं के साथ बैठक का क्या औचित्य है। राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से बार-बार सीज फायर का उल्लंघन किया जा रहा है। वह इससे पहले कई बार ऐसा न करने की बात भी कर चुका है।


सबसे प्राचीन और वृक्ष के समान है संस्कृत भाषा

राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में गृहं गृहं प्रति संस्कृतम् समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संस्कृत भारत ही नहीं विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। यह विशाल वृक्ष के समान है और विश्व की सबसे समृद्धशाली भाषा भी संस्कृत है। ज्ञान-विज्ञान का मूल मंत्र संस्कृत भाषा में समाहित है। समारोह में संस्कृत न बोल पाने को सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम में आकर उन्हें सुखद अनुभूति हुई है। सिंह ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं में श्रेष्ठ है। इसके बावजूद विडंबना है कि भारत में यह दूर होती जा रही है। लोग बच्चों को संस्कृत पढ़ाने से बचते हैं। यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम इस प्राचीनतम भाषा से दूर हो रहे हैं। हमें सभी को अपने बच्चों को संस्कृत पढऩे के लिए प्रेरित करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि संस्कृत संस्थान की मुहिम से संस्कृत भाषा को घर-घर पहुंचाने में कामयाबी हासिल होगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नासा में एक कम्प्यूटर की शोध छात्रा ने अपने शोध पत्र में लिखा है कि संस्कृत कम्प्यूटर की सबसे उपयोगी भाषा है। गणितीय गणना और ध्वनि विज्ञान पर आधारित है संस्कृत की वर्तनी। देश-विदेश में हर जगह पर अंग्रेजी बोलने में उसके उच्चारण में अंतर दिखाई देता है। अमेरिका सहित अन्य देशों में भी अंग्रेजी लोग संस्कृत के श्लोक पढ़ रहे हैं। विदेशों के मंदिरों में भी संस्कृत में ही पूजा होती है।

समारोह में लखनऊ के महापौर डा. दिनेश शर्मा ने संस्कृत संस्थान के संस्कृत को घर-घर पहुंचाने के लिए शुरू हुए इस कार्यक्रम को स्वर्णिम अवसर बताया। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि सांस्कृतिक चेतना के इस केंद्र गति पकड़ेगा। इसके साथ ही उस मानसिकता का पराभव हो जिससे हम लगातार पाश्चात्य संस्कृति की ओर जा रहे हैं। समारोह में दो छोटे बच्चे वैष्णवी और मित्र ने संस्कृत गीता संवाद पर अभिनय की प्रस्तुति की। यह प्रस्तुति राजनाथ सहित कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को खूब पसंद आई।

इसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह का लखनऊ दौरा समाप्त हो गया। राजनाथ इसके बाद बीएसएफ के विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो गये।


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