हथेली व तलवे की खुजली हो सकती है खतरनाक
द्वितीय हिपेटोलॉजी लाइव
गर्भावस्था के दौरान विशेष सतर्कता की जरूरत
गर्भस्थ शिशु व मां दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है यह समस्या
जागरण संवाददाता, लखनऊ : गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं को शरीर में खुजली की समस्या हो जाती है। महिलाएं घरेलू उपचार करती रहती हैं लेकिन स्त्री रोग विशेषज्ञों के अनुसार खुजली को गंभीरता से न लेना गर्भस्थ शिशु व मां दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
डॉ. रेनू लखटकिया ने बताया कि गर्भवस्था के दौरान खास तौर पर इस्ट्रोजेन हार्मोन का अधिक स्त्राव होता है। इसका प्रभाव लिवर पर पड़ता है। 1-2 प्रतिशत महिलाओं में पीलिया की शिकायत भी हो सकती है। ऐसे में खुजली की शिकायत हो तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें। इसी कोलीस्टेटिस नामक यह समस्या ज्यादातर चौथे-पांचवे माह में होती है। डॉ. लखटकिया बताती हैं कि एक हजार में से 5 से 7 बच्चों की गर्भ में ही मृत्यु हो सकती है जबकि 25 प्रतिशत गर्भस्थ शिशु पेट में ही पाखाना कर देते हैं। इससे समय से पूर्व प्रसव के साथ मां को प्रसव उपरांत रक्त स्त्राव की शिकायत हो सकती है। खास बात यह कि इसका पता डॉप्लर जांच से भी नहीं लगता। ऐसे में यदि खुजली की शिकायत हो तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें जिससे समय रहते सुरक्षित प्रसव कराया जा सके।
खुजली कब है खतरनाक
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु अग्रवाल बताती हैं कि वैसे तो गर्भावस्था के दौरान पूरे शरीर में खुजली हो सकती है। इसमें दाने या चकत्ते भी हो जाते हैं। इसे क्रीम आदि लगाकर ठीक किया जा सकता है लेकिन जब हथेली व पैर के तलवे में खुजली हो और किसी तरह के दाने या चकत्ते न पड़े तो अधिक ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि इसकी वजह कोलीस्टेटिस होती है। खुजली के अलावा थकावट, अवसाद व गहरे रंग की पेशाब होना भी कोलीस्टेटिस का लक्षण है।
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