By Ashish Kumar TrivediEdited By: Mohammed Ammar
Updated: Thu, 17 Aug 2023 09:49 PM (IST)
UP News हरदोई के सीएमओ को मामले की तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट देने और अस्पताल का पंजीकरण रद करने के निर्देश दिए हैं। लापरवाही करने वाले चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रायबरेली में सीएमओ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ में मरीज से अभद्रता और बाहर से दवा लिखे जाने के मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश में एंबुलेंस सेवा की लापरवाही फिर उजागर हुई है। एटा में 102 एंबुलेंस सेवा के लिए 15 बार फोन करने पर भी गर्भवती को एंबुलेंस नहीं मिली तो मजबूरन वह टैंपो से अस्पताल तक पहुंची। एंबुलेंस न मिलने के इस मामले पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सख्त नाराजगी जताई है।
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उन्होंने एटा के मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) को चार दिनों में मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। एटा के इब्राहितपुर नगरिया की सोनी को प्रसव पीड़ा होने पर पति शिवम ने 102 एंबुलेंस सेवा लेने के लिए फोन किया। शिवम ने एक या दो बार नहीं बल्कि 15 बार काल किया, लेकिन न तो कोई जवाब मिला और न ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
मजबूरन पत्नी को टैंपो से अस्पताल लेकर पहुंचा। यह मामला सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के आधार पर आरोपितों पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं हरदोई के सांडी रोड पर मेडीस्टार हास्पिटल में लापरवाही के कारण प्रसूता व नवजात शिशु की मौत के मामले में भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
हरदोई के सीएमओ को मामले की तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट देने और अस्पताल का पंजीकरण रद करने के निर्देश दिए हैं। लापरवाही करने वाले चिकित्सकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रायबरेली में सीएमओ को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, डलमऊ में मरीज से अभद्रता और बाहर से दवा लिखे जाने के मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
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