छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर बसपा प्रमुख मायावती की मांग, केजीएमयू को फिर छत्रपति शाहूजी महाराज के नाम करे सरकार
BSP President Mayawati : मायावती ने एक्स पर लिखा कि ऐसे समय में जब वंचितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी करने का षड्यंत्र जारी है। शाहूजी महाराज के मानवीय गुणों, न्याययुक्त सरकार व अन्यायमुक्त समाज की स्थापना में उनकी भूमिका को स्मरण करने का महत्व बढ़ जाता है।
बसपा प्रमुख मायावती
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर गुरुवार को उनको नमन करने के साथ ही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने योगी आदित्यनाथ सरकार से बड़ी मांग कर दी है। बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को फिर से पुराना नाम देने की मांग की है।
मायावती ने गुरुवार को एक्स पर इसको लेकर एक पोस्ट किया है। मायावती ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा की सरकार किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ का नाम फिर छत्रपति शाहूजी महाराज करे। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर नमन करते हुए विरोधियों पर निशाना साधा।
उन्होंने एक्स पर लिखा कि ऐसे समय में जब वंचितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को निष्क्रिय व निष्प्रभावी करने का षड्यंत्र जारी है। शाहूजी महाराज के मानवीय गुणों, न्याययुक्त सरकार व अन्यायमुक्त समाज की स्थापना में उनकी भूमिका को स्मरण करने का महत्व बढ़ जाता है।
राजधानी लखनऊ में यूपी का पहला छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित करके उसे तुरन्त चालू करना, जिसको दलित व पिछड़े वर्ग के बहुजनों व उनके आरक्षण के हमेशा विरोधी रही समाजवादी पार्टी की सरकार ने उसका नाम जबरदस्ती बदलकर किंग जार्ज मेकिडल यूनिवर्सिटी कर दिया गया है, हालांकि उसी नाम से लखनऊ में मेडिकल कॉलेज काफी पहले से ही स्थापित है।
भाजपा सरकार ने भी इतना लंबा समय बीत जाने के बावजूद बदलाव-सुधार नहीं किया है। मायावती ने कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी का असली नाम जल्द बहाल किया जाना चाहिए। दुखद है कि उत्तर प्रदेश में सपा के बाद आई भाजपा सरकार ने भी इतना लम्बा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक भी सपा के ऐसे घोर द्वेषपूर्ण एवं जातिवादी रवैये पर भी व्यापक जनहित में जरूरी बदलाव/सुधार नहीं किया है। छत्रपति शाहूजी महाराज मेडिकल यूनिवर्सिटी का असली नाम जितनी जल्द बहाल हो उतना बेहतर।
इससे पहले मायावती ने लिखा कि कोल्हापुर, महाराष्ट्र रियासत में दलितों को नौकरी में आरक्षण देने का क्रान्तिकारी क़दम उठाकर भारत में आरक्षण के जनक के रूप में अमर हो जाने वाले राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज को आज उनकी जयंती पर शत्-शत् नमन व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित तथा उनके समस्त अनुयाइयों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
ऐसे समय में जबकि जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व पछाड़े गए देश के खासकर दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण के उनके संवैधानिक अधिकार को निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाकर, उनकी अपनी बीएसपी सरकार व बहुजनों के शासक वर्ग बनने के अभाव में, उन्हें फिर से लाचार, मजबूर व गुलाम बनाने का षडयंत्र जारी है, राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के मानवीय गुणों, न्याययुक्त सरकार व अन्यायमुक्त समाज की स्थापना में उनकी ऐतिहासिक भूमिका व उनकी स्मृतियों को सजोने व स्मरण करने का महत्व व्यापक जन व देशहित में और भी अधिक बढ़ जाता है।
विशेषकर दलित व पिछड़े वर्गों में समय-समय पर जन्मे ऐसे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों में राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज के आदर-सम्मान में तथा उनकी प्रेरणादायी स्मृति को स्थाई बनाने के लिए यूपी में बीएसपी की अब तक चार बार रही मेरी सरकारों में ऐतिहासिक महत्व के अनेकों कार्य किए गए हैं। जिसमें से प्रमुख हैं उनके नाम पर नया जिला, शिक्षण संस्थाओं आदि का नामकरण व भव्य स्थलों/स्मारकों आदि में उनकी प्रतिमा की स्थापना प्रमुख हैं।
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