Lalitpur News: फसल की बर्बादी और कर्ज से परेशान युवक ने की आत्महत्या
ललितपुर के थनवारा गांव में एक युवक ने कर्ज और फसल की बर्बादी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक दीपेंद्र कुशवाहा पर परिवार का कर्ज था और फसल भी बर्बाद हो गई थी जिससे वह मानसिक दबाव में था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ललितपुर: जखौरा थाना क्षेत्र के थनवारा गाँव में एक युवक ने सोमवार सुबह अपने घर में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों अनुसार, युवक फ सल बर्बाद होने और भारी कर्ज से परेशान था। 20 वर्षीय दीपेंद्र कुशवाहा, जो मूल रूप से कोतवाली थाना क्षेत्र के मिर्चवारा गाँव का रहने वाला था।
सोमवार सुबह करीब 8 बजे जब दीपेंद्र की बहन खाना बना रही थी और मां खेत पर गई थीं, तब उसने कमरे का दरवाजा बंद कर छत के पाइप से फाँसी लगा ली, जब उसकी बहन ने उसे आवाज दी और कोई जवाब नहीं मिला, तो वह दरवाजा खोलकर अंदर गई।
अंदर का मंजर देखकर उसके होश उड़ गए, उसने तुरंत परिजनों और पड़ोसियों को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कर्ज और जिम्मेदारी का बोझ
मृतक के मामा बृजेश कुशवाहा ने बताया कि दो साल पहले दीपेंद्र के पिता की गंभीर बीमारी से मौत हो गई थी, उनके इलाज के लिए परिवार ने काफी कर्ज लिया था। इस कर्ज को चुकाने के लिए उन्हें अपने गांव की कुछ जमीन भी बेचनी पड़ी।
हाल ही में, दीपेंद्र ने किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लेकर करीब पौने दो एकड़ में फसल बोई थी और तीन एकड़ जमीन किराए पर लेकर खेती की थी। लेकिन, फसल बर्बाद हो जाने से वह बहुत हताश था।
मामा ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से कर्ज और फसल के नुकसान को लेकर बहुत परेशान था। उस पर अपनी बहन की शादी करने की भी जिम्मेदारी थी, जिससे वह मानसिक दबाव में था। दीपेंद्र अपने दो भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
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