बेवफाई के बोझ तले दबे पति ने कुएं में लगाई मौत की छलांग, पत्नी और उसका प्रेमी को गिरफ्तार
ललितपुर में एक व्यक्ति ने पत्नी की बेवफाई से तंग आकर आत्महत्या कर ली। जाँच में पता चला कि पत्नी का गाँव के ही एक युवक से प्रेम संबंध था। पत्नी ने पहले प्रेमी पर झूठा आरोप लगाया फिर उसके साथ रहने को तैयार हो गई। पति को अपमानित करने पर उसने आत्महत्या कर ली जिसके बाद पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।

ललितपुर, ब्यूरो। यह वाक्या महज एक शख्स की आत्महत्या का नहीं है, बल्कि विश्वास के टूटने, धोखे और मानसिक पीड़ा की दर्दनाक दास्तां है। जिले के बार थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की बेवफाई से आहत होकर कुएं में कूदकर जान दे दी। पुलिस ने इस मामले की जाँच में जो खुलासा किया है, वह हर किसी को चौंका देगा।
प्यार, धोखा और एक मजबूरी भरा मुकदमा
यह कहानी है सुखनंदन की, जिसकी पत्नी गीता का उसके ही गाँव के एक युवक अभय के साथ रिश्ता था, जब सुखनंदन को इस बात का पता चला, तो उसने विरोध किया। समाज के डर और पति के दबाव में, गीता ने अभय के खिलाफ दुष्कर्म का केस तो दर्ज करा दिया, लेकिन यह सिर्फ दिखावा था।
पुलिस की जांच में सामने आया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी उनका संबंध बना रहा। अभय जेल से जमानत पर बाहर आया, तो दोनों फिर से चोरी-छिपे मिलने लगे। गीता, अपने पति और बच्चों की परवाह किए बिना अभय के साथ रहने के लिए तैयार हो गई।
मौत से पहले के शब्द: मरना हो तो मर जाओ
19 सितंबर का दिन सुखनंदन के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था, उसकी पत्नी गीता दिन भर अभय के साथ ललितपुर में रही, जब वह शाम को वापस लौटे, तो सुखनंदन ने उन्हें समझाया। उसने अपनी पत्नी से कहा कि अगर वह ऐसा करेगी तो बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।
गीता और अभय ने सुखनंदन के सामने ही वो क्रूर शब्द कह दिए, जो किसी भी पति के लिए बर्दाश्त नहीं हो सकते थे, उन्होंने कहा- हम अब एक साथ ही रहेंगे, तुम्हें मरना हो तो मर जाओ, हमें कोई फ र्क नहीं पड़ता।
यह शब्द सुखनंदन के दिल पर तीर की तरह लगे। शर्मिंदगी, अपमान और मानसिक पीड़ा से टूटकर उसने रात में खाना भी नहीं खाया। परिवार से बिना कुछ कहे, वह चुपचाप खेतों की तरफ चला गया। 20 सितंबर की सुबह उसका शव कुएं में मिला।
कानून का शिकंजा
मृतक के पिता की शिकायत पर थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गीता और अभय के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस गिरफ्तारी में उपनिरीक्षक संजीव धामा, हेड कौंस्टबल केहरी प्रताप सिंह, कौंस्टबल कुलदीप कुमार एवं महिला हेड कौंस्टबल मनोरमा शामिल रहे। पुलिस टीम ने गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।