ललितपुर में कांस्टेबल पद पर तैनात रहे रिटायर्ड दारोगा की दर्दनाक मौत, डंपर ने बाइक में मारी थी टक्कर
झाँसी में समथर के पास एक डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी जिससे पूर्व पुलिसकर्मी नृपत सिंह राजावत की मौत हो गई और उनकी पत्नी घायल हो गईं। वह एक पारिवारिक कार्यक्रम से लौट रहे थे। एक अन्य घटना में बालाबेहट में एक किसान मूलचंद अहिरवार की भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

ललितपुर। जिले में कौंस्टबल पद पर तैनात रहे उपनिरीक्षक नृपत सिंह राजावत (61) जो डेढ़ साल पहले ही पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे, अपने जीवन के सुकून भरे पल बिता रहे थे। इस दुखद घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई।
मूल रूप से भिंड मध्य प्रदेश के रहने वाले नृपत सिंह झाँसी के महाराणा प्रताप नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे, उन्होंने 1981 में ललितपुर में पुलिस कांस्टेबल के रूप में अपनी सेवा शुरू की थी और प्रयागराज से एएसआई के पद से रिटायर हुए थे।
नृपत सिंह अपनी पत्नी शोभा के साथ अपने चाचा ससुर की त्रयोदशी में शामिल होने समथर के साकिन गाँव गए थे। शनिवार तडक़े करीब 4.30 बजे, जब वह बाइक से वापस झाँसी लौट रहे थे, तो समथर कस्बे के पास एक डंपर ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
इस हादसे में नृपत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि उनकी पत्नी को मामूली चोटें आईं, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नृपत सिंह के निधन से उनके परिवार में मातम छा गया है। उनके दोनों बेटे और बेटी का विवाह हो चुका था, लेकिन, इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरा सदमा दिया है। उनके भाई उल्फ त सिंह और हरदास सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिवार का पेट पालने वाले किसान की भी सड़क हादसे में मौत
बालाबेहट थाना क्षेत्र में भी एक दुखद हादसा हुआ है, जिसमें एक किसान की जान चली गई। मूलचंद अहिरवार (35) अपने परिवार का भरण-पोषण खेती-किसानी करके करते थे, उसके चार छोट-छोटे बच्चे हैं।
मूलचंद अपने दोस्त दिरजू के साथ बाइक से खाद लेने जा रहे थे, तभी बिरधा के पास उनकी बाइक को एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। दोनों बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें तुरंत ललितपुर के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ हालत गंभीर होने पर मूलचंद को झाँसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
लेकिन, इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस हादसे ने मूलचंद के परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। उसके बच्चों से उनके पिता का साया छिन गया है और उसके दोस्त का इलाज अभी भी चल रहा है।
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