Lalitpur News: स्कूलों को भेजी 2.65 करोड़ की कम्पोजिट ग्रांट, परिषदीय विद्यालयों की बदलेगी तस्वीर
ललितपुर के परिषदीय विद्यालयों को 2.65 करोड़ रुपये की कम्पोजिट ग्रांट भेजी गई है। इससे 1357 स्कूलों में विकास कार्य कराए जाएंगे और संसाधनों की कमी दूर होगी। शासन ने ग्रांट की 50% धनराशि जारी की है जिससे पेयजल शौचालय और फर्नीचर जैसी सुविधाओं की मरम्मत की जाएगी। जिला समन्वयक निर्माण ने बताया कि ग्रांट का सही उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
ललितपुर, ब्यूरो। परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों के बच्चे अब संसाधनों की कमी से नहीं जूझेंगे, क्योंकि अब जल्द ही विद्यालयों में संसाधनों की कमी को पूरा कराया जाएगा।
शासन ने स्कूलों में संसाधनों की उपलब्धता के लिए कम्पोजिट ग्रांट की 50 प्रतिशत धनराशि जारी कर दी है। जनपद के 1357 परिषदीय विद्यालयों में 2.65 करोड़ की धनराशि से विकास कार्य कराए जाएंगे।
शासन से मिली धनराशि विद्यालयों के खातों में भेज दी गई है। जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन 1357 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है।
इनमें प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 820 है तो वहीं 537 कम्पोजिट व उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। परिषदीय विद्यालयों की विभिन्न जरूरतों को पूरी करने के लिए शासन स्तर से हर वर्ष कम्पोजिट ग्रांट दी जाती है।
इस धनराशि से विद्यालयों में संसाधनों की लघु मरम्मत आदि का काम कराया जाता है, ताकि छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा के साथ अच्छी सुविधायें प्रदान की जा सकें। जनपद के परिषदीय विद्यालयों के लिए विगत माह कम्पोजिट ग्रांट मद में 5 करोड़ 31 लाख के बजट की मन्जूरी शासन द्वारा दी गई थी, जिसके सापेक्ष इस धनराशि का 50 प्रतिशत यानि 2 करोड़ 65 लाख 50 हजार रुपये परिषदीय विद्यालयों के लिए जारी किये गये हैं।
इस धनराशि से विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की सुविधा को देखते हुये कई तरह के काम कराए जायेंगे। पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय, लाइट, पंखा लगाने सहित अन्य संसाधनों की लघु मरम्मत का काम कराया जायेगा। शासन से बजट मिलते ही विभाग द्वारा विद्यालयों को धनराशि भेज दी गई है।
कम्पोजिट ग्रांट से होगी रंगाई-पुताई, पेयजल की व्यवस्था
हर साल कम्पोजिट ग्रांट मिलने के बाद भी विद्यालयों में कई तरह की सुविधाओं की दरकार बच्चों को रहती है। कई स्कूलों में रंगाई पोताई के साथ ही हैंडपम्प के रीबोर व मरम्मत की जरूरत है। कमरों में बच्चों के बैठने के लिए उपलब्ध डेस्क व बेंच क्षतिग्रस्त हैं या हैं ही नहीं। पानी की टोटियाँ खराब टोंटियों हैं तो कम्पोजिट ग्रांट से इन सुविधाओं को बहाल किया जा सकेगा।
परिषदीय विद्यालयों के लिए कम्पोजिट ग्रांट की 50 फीसदी बजट राशि के रूप में 2 करोड़ 65 लाख 50 हजार रुपये की धनराशि मिली है, जिसे विद्यालयों के खाते में भेज दिया गया है। इस धनराशि से विद्यालयों में संसाधनों की कमी पूरी की जाएगी। कम्पोजिट ग्रांट का शासन की मंशानुरूप सदुपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है।
-जाहर सिंह, जिला समन्वयक निर्माण
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