'डोली भूमि गिरत दसकंधर, छुभित सिंधु सरि दिग्गज भूधर'
ललितपुर : रामलीला मैदान में रखे रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतले। :: फोटो -15 ललितपुर ब्यूरो
ललितपुर : रामलीला मैदान में रखे रावण, कुम्भकरण व मेघनाद के पुतले।
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फोटो -15
ललितपुर ब्यूरो : एक बार फिर असत्य पर सत्य की जीत हुई। विजयदशमी के पावन पर्व पर बुराई के प्रतीक लंकापति दशानन रावण का पुतला दहन किया गया। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के धनुष से निकला अग्नि बाण जैसे ही असत्य और अधर्म के प्रतीक रावण की नाभि पर लगा, वैसे ही वह जमीन पर गिर गया। धूं-धूं कर अहकार रूपी रावण का पुतला जलते ही रामलीला मंच देख रहे लोगों ने एक दूसरे को विजय पर्व की बधाई दी। गोविन्द नगर स्थित रामलीला मैदान, चण्डी मन्दिर समेत जनपद में अनेक स्थलों पर रावण के पुतले दहन किये गये।
विजयादशमी का पर्व पौराणिक परम्पराओं के साथ मनाया गया। मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने बुराई के प्रतीक रावण का संहार कर उसके आतंक से सभी को मुक्त कराया। शनिवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं ने सगुन के प्रतीक नीलकण्ठ पक्षी व मीन मछली के दर्शन किये। केवट सम्प्रदाय के बच्चे अपने पात्रों में छोटी-छोटी जीवित मीन मछलियाँ लेकर निकल पड़े और घर-घर लोगों को मीन दिखाकर दिन की शुरूआत कराई। वहीं लोगों ने अपने-अपने पेशे से सम्बन्धित औजार, अस्त्र-शस्त्र आदि की विधि-विधान से पूजा अर्चना की। दशहरा पर्व का मुख्य आयोजन श्रीरामलीला हनुमान जयंती महोत्सव समिति के तत्वावधान में नगर के ऐतिहासिक दहशरा मैदान पर सम्पन्न हुआ। चौबयाना स्थित रघुनाथ जी बड़ा मन्दिर से माता सीता के रूप में दीपेन्द्र अशोक वाटिका की झाँकी चल रही थीं। इसके ठीक पीछे रावण, मेघनाद व कुम्भकरण सवार होकर अलग-अलग रथ अहकारी अट्हास करते चल रहे थे। मन्दिर के विमान में विराजित ठाकुरजी और राम-लक्ष्मण व हनुमान के स्वरूप चल रहे थे। इस दौरान बैण्डबाजे की धुन पर पापियों के नाश को धर्म के प्रकाश को राम जी की सेना चली देखो राम जी की सेना चली जैसे उत्साही भजनों के बीच शोभायात्रा दशहरा मैदान पर पहुँची। पीछे श्रद्धालुजन भगवान राम का जयघोष करते हुए जा रहे थे। यहाँ व्यास गद्दी पर विराजित पण्डित जगदीश पाठक द्वारा मंत्रोच्चार के बीच चौबे बड़ी बाखर परिवार द्वारा शमी पूजन किया गया। इसके बाद विमानों का पूजन किया गया। फिर भगवान राम व रावण की सेना के बीच रणभेरी बज उठी और दोनों सेनाओं के मध्य लोमहर्षक युद्घ का प्रदर्शन हुआ। लक्ष्मण द्वारा मेघनाद व राम द्वारा कुम्भकरण के वध के बाद राम और रावण के बीच भीषण युद्ध शुरू हुआ। भगवान राम का हर बाण रावण को वेध देता लेकिन रावण पुन: दहाड़ता हुआ युद्ध के लिए उठ खड़ा हो जाता। अन्त में भगवान राम ने विभीषण से सलाह मशविरा के बाद रामलीला मैदान के बन्ध पर खडे़ विशालकाय रावण के पुतले की नाभि पर अग्निवाण का संधान कर बुराई के प्रतीक रावण का अन्त कर दिया। रावण, कुम्भकर्ण व मेघनाद के विशालकाय पुतले दहन के उपरान्त सीता मिलन, राम-भरत मिलाप और राजगद्दी की लीलाओं का प्रतीकात्मक मंचन किया गया। विजयी बनकर लौटे राघव-राम की पूजा अर्चना कर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री मनोहर लाल पंथ, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह, अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित, सासद प्रतिनिधि प्रदीप चौबे, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश सिंह लोधी, भाजयुमो जिला प्रमुख रत्नेश तिवारी, क्षेत्रीय संयोजक चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ. दीपक चौबे, मनीष चौबे, रूपेश साहू, राजेश दुबे, राजीव हुण्डैत आदि मौजूद रहे। रामलीला के मंचन के उपरान्त आतिशबाजी का भव्य प्रदर्शन किया गया। विजयी भगवान विमान में आरूढ़ होकर पुन: रघुनाथजी मन्दिर के लिए रवाना हुए। इस शोभायात्रा की जगह-जगह मंगल आरती उतार कर स्वागत किया गया। आंचलिक परम्परा में विजयी भगवान के विमानों की शोभायात्रा के स्वागत में लोगों ने अपने घरों के सम्मुख घी के दीपक जलाए। श्रीरघुनाथ जी मन्दिर पहुंच कर विमानों की शोभायात्रा पूर्ण हुई। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा नगर में शान्ति, सुरक्षा, साफ सफाई व विद्युतापूर्ति के बेहतर प्रबंध किये गए थे। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष बृजेश चतुर्वेदी, प्रदीप चौबे, बब्बू राजा बुन्देला, संजय चौबे लम्बरदार, मनीष चौबे, श्यामाकात चौबे, रमेश रावत, राजेश दुबे, अमित तिवारी, रत्नेश तिवारी, राजीव हुण्डैत, भरत रिछारिया, हरिमोहन चौरसिया, विजय तिवारी, चन्द्रशेखर राठौर, शिवकुमार शर्मा, अवधेश कौशिक, अनुराग चौबे, अभय चौबे, धर्मेन्द्र चौबे, राजेश तामिया, कौस्तुभ चौबे, बल्लू पहलवान, ललित कौशिक, हरविन्दर सिंह सलूजा आदि मौजूद रहे।
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फोटो सहित बॉक्स में -
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ललितपुर : चण्डी मन्दिर पर स्थित रावण का पुतला।
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चण्डी मन्दिर पर भी रावण दहन
सिद्धपीठ चण्डी धाम पर भी विजयदशमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। यहाँ पर रावण के पुतले के दहन के साथ अन्य धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न हुयीं। असत्य पर सत्य की की जीत के प्रतीक रावण के विशालकाय पुतले का दहन किया गया। दशहरा मिलन पर्व चण्डी पीठाधीश्वर स्वामी चन्द्रेश्वर गिरी महाराज के सानिध्य में हुआ। जिसमें जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह व पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल बतौर अतिथि मौजूद रहे। इसके अलावा यहाँ पर अवध बिहारी उपाध्याय, सरदार वी.के.सिंह, प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू, राज्यसभा साँसद प्रतिनिधि राजेश यादव, दीपक सोनी, सन्दीप तिवारी, अनूप मोदी, राहुल शुक्ला, अश्रि्वनी पुरोहित, राजू यादव, शत्रुधन यादव, दिनेश पाठक आदि मौजूद रहे।
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