बहन और पुत्री के लिए काल बन गई 15 दिन पहले ही दिलाई गई स्कूटी, मगर कैसे?
लखीमपुर के गोला में एक दर्दनाक हादसे में तीन लड़कियों की मौत हो गई। यूनुस ने अपनी बहन साहिबा को कॉलेज जाने के लिए स्कूटी दिलाई थी। साहिबा अपनी सहेली दरक्शा और भतीजी खदीजा के साथ स्कूटी से कॉलेज जा रही थी। अहमदनगर में एक कंटेनर ने स्कूटी को टक्कर मार दी, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से तीनों परिवारों में मातम छा गया है।

विकास शुक्ला, गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर)। साहिबा के भाई और खदीजा के पिता यूनुस को क्या पता था कि वह अपनी बहन को जो स्कूटी खरीद कर दे रहा है। वहीं उसकी बहन और बेटी के लिए काल बन जाएगी। बहन के साथ बेटी की मौत से आहत यूनुस ने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा पास करने के बाद बहन का प्रवेश बीए में गोला के केन ग्रोअर्स नेहरू पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में कराया था। आने जाने के लिए दीपावली के बाद बहन साहिबा को स्कूटी दिला दी थी।
साहिबा पड़ोस में रहने वाली दरक्शा के साथ रोजाना स्कूटी से कालेज आती जाती थी। शनिवार को भी साहिबा अपनी सहेली दरक्शा के साथ स्कूटी से कालेज गई और फिर संसारपुर में मौसी में यहां गई भतीजी को लेकर वापस गांव आ रही थी। क्या पता था कि जो स्कूटी पाकर वह इतनी खुश हुई थी, वही उसके लिए काल बन जाएगी।
बैटरी वाली स्कूटी पर ट्रिपल राइडिंग भी हादसे की वजह हो सकती है। मौके पर मौजूद लोग बताते हैं कि साहिबा स्कूटी चला रही थी बीच में उसकी भतीजी खदीजा और पीछे दरक्शा बैठी थी। अहमदनगर में कंटेनर की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई।
परिवार पर टूटा गमों का पहाड़
बिलहरी निवासी 18 वर्षीय दरक्शा पुत्री सफीउल्लाह, 17 वर्षीय साहिबा पुत्री अयूब, 13 वर्षीय खदीजा पुत्री यूनुस की दर्दनाक मौत हो गई। जिसमें अयूब का परिवार पूरी तरीके से टूट गया है। बताते हैं कि मृतक साहिबा एक भाई और एक बहन थी। उसके भाई यूनुस की पुत्री खदीजा की भी हादसे में मौत हो गई।
खदीजा तीन बहने और दो भाई हैं। दरक्शा के पिता सफीउल्लाह ट्रैक्टर मैकेनिक हैं। दरक्शा की पांच बहने और एक भाई है। इनमें से एक बहन की पहले ही बीमारी के कारण मौत हो चुकी थी, उसके जाने के बाद परिवार टूट गया है।

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