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    पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ लाया गया रेंज, कई दिना सें चल रही थी तलाश

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 10:47 AM (IST)

    एक तेंदुआ, जो कई दिनों से इलाके में घूम रहा था, आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग कई दिनों से तेंदुए की तलाश कर रहा था और उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था। तेंदुए के पकड़े जाने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि तेंदुए के कारण उनमें दहशत का माहौल था।

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    संपूर्णानगर वन रेंज लाया गया पिजड़े में कैद तेंदुआ। जागरण 

    संवाद सूत्र, जागरण, संपूर्णानगर (लखीमपुर)। बाघ को पकड़ने के लिए गन्ने के खेत में लगाए गए पिजड़े में देर रात तेंदुआ कैद हो गया। जिसे वन विभाग की टीम रेंज ले आई है। तेंदुए को छोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश का इंतजार वन विभाग की टीम कर रही है। संपूर्णानगर वन रेंज के अंतर्गत वृंदावन कॉलोनी में बीते दिनों बाघ ने एक बुजुर्ग पर हमला बोलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था।

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    वन विभाग ने घटना के बाद से वृंदावन कॉलोनी के पीछे गन्ने के खेत में बाघ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया था। दो दिन बाद बीती रात पिंजड़े में एक तेंदुआ कैद हो गया। जबकि क्षेत्र में बाघ और तेंदुए का आतंक बना हुआ है। पिजड़े में कैद तेंदुए को वन विभाग की टीम ट्रॉली पर लादकर रेंज ले आई, जहां पर तेंदुए को छोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश का वन विभाग की टीम इंतजार करने लगी।

    हालांकि वन विभाग ने अभी यह तय नहीं किया बाघ को कहां छोड़ जाना है। फिलहाल संपूर्णानगर क्षेत्र में पिछले एक वर्ष से कई बार बाघ व तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया लेकिन वन विभाग को आज तक कोई भी सफलता नहीं मिली थी। दो बार बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति भी मिली है। उसमें भी वन विभाग को सफलता नहीं मिली।

    बाघ को घेर कर पकड़ने के लिए चमेली व पवन काली को भी लाया गया। लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिल पाई। बीती रात तेंदुए को पिंजड़े में कैद करने में वन विभाग की टीम को सफलता मिल गई। हालांकि बाघ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया था लेकिन उसमें तेंदुआ कैद हो गया। बाघ अभी भी खेतों में हैं।

    इस संबंध में संपूर्णानगर वन क्षेत्राधिकारी ललित कुमार ने बताया कि बाघ को छोड़ने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। जैसे उनका निर्देश मिलेगा। कहां छोड़ जाना है तभी तय होगा।