यूपी में 150 करोड़ की लागत से बनेगा नया ओवरब्रिज, फोरलेन सड़क बनाने की भी तैयारी; जमीन अधिग्रहण होना तय
लखीमपुर खीरी शहर के कृष्णा टाकीज रेलवे क्रासिंग पर लगने वाले जाम से 2026 तक मुक्ति मिलने की उम्मीद है। सीडीओ अभिषेक कुमार के प्रयास से ब्रिज कारपोरेशन ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, लखीमपुर। शहर के कृष्णा टाकीज रेलवे क्रासिंग पर प्रतिदिन लगने वाली जाम से वर्ष 2026 में छुटकारा मिलने की उम्मीद जग गई है। सीडीओ अभिषेक कुमार के प्रयास के बाद ब्रिज कारपोरेशन ने ओवरब्रिज का करीब 150 करोड़ का एस्टीमेट शासन को भेज दिया है। शासन भी ओवरब्रिज को लेकर गंभीरता से विचार कर रहा है। उम्मीद है नए वर्ष के जनवरी के आखिर या फरवरी माह के पहले पखवाड़े तक इस ओवरब्रिज के निर्माण को मंजूरी मिल जाएगी।
संकटा देवी चौराहे से लेकर पीलीभीत- बस्ती मार्ग को जोड़ने वाले लालपुर चौराहे तक फोरलेन बनाया जाना है। इसके लिए 35 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृत मिल गई है। फोरलेन बन जाने के बाद भी सुगम यातायात के लिए कृष्णा टाकीज के पास स्थित रेलवे क्रासिंग बड़ी बाधा है। रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने के लिए 24 घंटे में एक लाख लोगों का ट्रैफिक चाहिए, जबकि यहां रेलवे की मानीटरिंग में डेढ़ लाख से ज्यादा का ट्रैफिक मिला है।
ओवरब्रिज बनाने के लिए कृष्णा टाकीज रेलवे क्रासिंग हर मानक पर खरा उतर रहा है। रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने को लेकर सीडीओ अभिषेक कुमार बेहद गंभीर हैं। पीडब्ल्यूडी और ब्रिज कारपोरेशन के अधिकारियों के साथ उन्होंने कई बार बैठक कर ड्राइंग भी तैयार कराई है।
अब ब्रिज कारपोरेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर कैसर अंसारी ने डेढ़ सौ करोड़ का एस्टीमेट शासन को भेज दिया है। बताया जा रहा है कि संकटा देवी चौराहे से 50 मीटर की दूरी से ओवरब्रिज बनना शुरू होगा, जो गोटैयाबाग मोड़ पर गिरेगा। यह ओवरब्रिज 750 मीटर लंबा और तीन लेन यानी 11.3 मीटर चौड़ा होगा।
इसमें 3.5 मीटर सर्विस लेन भी बनाया जाना है। सीडीओ अभिषेक कुमार का कहना है कि ओवरब्रिज निर्माण में ज्यादातर सरकारी जमीन है, आसपास के लोगों की कुछ निजी जमीन जद में आएगी, जिसका अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा भी दिया जाएगा। फिलहाल वर्ष 2026 में ओवरब्रिज बनने की उम्मीद जाग गई है।

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