यूपी के इस जिले की महिला किसानों को मिलेगा 'नया आसमान', एकलव्य एफपीओ के जरिए गांव के उत्पाद पहुंचेंगे वैश्विक बाजार तक
लखीमपुर खीरी जिले में एकलव्य किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) की शुरुआत से महिला किसानों के जीवन में बदलाव आएगा। वे अब अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपने उत्पाद बेच सकेंगी। सहकारिता मॉडल पर आधारित यह संगठन महिलाओं को उत्पादन से लेकर विपणन तक में शामिल करेगा। सोलर तकनीक से प्रसंस्करण किया जाएगा, जिससे उत्पादों की गुणवत्ता बनी रहेगी। यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

राकेश मिश्र, लखीमपुर। खीरी जिले के मोहम्मदी क्षेत्र की महिला किसानों के जीवन में अब बड़ा बदलाव आने जा रहा है। खेती में हुनरमंद महिलाएं अब सिर्फ खेत तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि उनके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहचान बनाएंगे। यह संभव होगा एकलव्य किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के जरिए, जिसकी शुरुआत मोहम्मदी में की गई है।
सहकारिता मॉडल पर होगा संचालन
इस एफपीओ का संचालन सहकारिता माडल के तहत किया जाएगा। हर महिला किसान इसकी सदस्य बनेगी और केवल उत्पादन ही नहीं बल्कि प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और विपणन तक में उसकी सीधी भागीदारी होगी। इससे महिलाओं में व्यवसायिक कौशल विकसित होगा और वे खेत से बाजार तक आत्मनिर्भर बनेंगी।
सोलर तकनीक से होगा प्रसंस्करण
संगठन के पहले चरण में महिलाओं को सोलर आधारित आइआर (इन्फ्रारेड) तकनीक से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस तकनीक से मसाले, फल, सब्जियां और आयुर्वेदिक उत्पादों को बिना पोषण और गुणवत्ता गंवाए सुखाया जा सकेगा। खास बात यह है कि यह तकनीक पूरी तरह पर्यावरण हितैषी है और ऊर्जा की भी बचत करती है। आकर्षक पैकेजिंग में जब ये उत्पाद बाजार में पहुंचेंगे तो उनकी कीमत और मांग दोनों बढ़ेंगी।
तकनीक और बाजार के बीच सेतु बनेगा संगठन
संगठन के संयोजक वरुण गुप्ता का कहना है कि गांव की महिलाएं बरसों से शुद्ध और बेहतरीन उत्पाद तैयार करती रही हैं, मगर आधुनिक तकनीक, पैकेजिंग और बाजार की कमी के चलते उनका हुनर चमक नहीं पाता। एकलव्य इसी कमी को दूर कर महिलाओं को बड़े बाजारों से जोड़ेगा। यह प्लेटफार्म उन्हें न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर भी पहचान दिलाने का काम करेगा।
जो महिलाएं इस एफपीओ से जुड़ना चाहती हैं, वे व्हाट्सएप नंबर 8127271673 पर संपर्क कर सकती हैं।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में मिसाल
एकलव्य एफपीओ महिला किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ ग्रामीण उद्यमिता को नई दिशा देगा। यदि यह माडल सफल होता है तो प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसे अपनाया जा सकता है। यह पहल महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और स्वावलंबन की नई मिसाल बन सकती है।
महिलाओं की मजबूत टीम से होगी शुरुआत
एकलव्य एफपीओ की बुनियाद महिला किसानों की सक्रिय भागीदारी पर रखी गई है। संस्थापक टीम में सलोनी गुप्ता, शिखा देवी, संतोष कुमारी, उर्मिला देवी, संगीता सिंह, बबीता गुप्ता, मीना कुमारी, प्रीति गुप्ता, शालिनी गुप्ता और सोनल वैश्य शामिल हैं। यही महिलाएं आगे संगठन की दिशा तय करेंगी और गांव की अन्य महिलाओं को भी जोड़ेंगी। फिलहाल यह एफपीओ पाइपलाइन में है और जल्द ही औपचारिक रूप से पंजीकृत होकर संचालन शुरू करेगा।

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