दुधवा टाइगर रिजर्व में पर्यटन फीस में हुआ इजाफा, एंट्री के लिए करनी होगी जेब ढीली
दुधवा टाइगर रिजर्व में अब पर्यटकों को अधिक शुल्क देना होगा। प्रशासन ने पर्यटन दरों में पांच प्रतिशत की वृद्धि की है, जो एंट्री फीस और जिप्सी सफारी पर लागू है। इस वृद्धि का उद्देश्य पर्यटन सेवाओं को बेहतर बनाना और वन्यजीव संरक्षण में मदद करना है। नई दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं।

दुधवा में प्रवेश के लिए पहले से अधिक देना होगा शुल्क। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, पलियाकलां (लखीमपुर)। दुधवा बाघ संरक्षण फाउंडेशन के शासी निकाय की बैठक शुक्रवार को हुई। इसमें पर्यटन दरों में पांच प्रतिशत वृद्धि करने का निर्णय लेकर किशनपुर वन्य जीव विहार में प्रावधानित वनमार्ग पर वाहनों को शुल्क से मुक्त कर दिया गया है।
शाषी निकाय की बैठक में कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग बहराइच, दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग व वन निगम की काफी टेबल बुक और पर्यटन टीजर का विमोचन कर वन निगम के साथ पूर्ण पर्यटन को ऑनलाइन करने पर जोर दिया गया। इस दौरान पर्यटन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नेचर गाइड, वाहन चालकों को सम्मानित किया गया।
दुधवा के सभागार में दोपहर बाद दुधवा बाघ संरक्षण फाउंडेशन की बैठक शुरू हुई। बैठक की अध्यक्षता वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने की। प्रधान मुख्य वन सुरक्षक वन्यजीव अनुराधा वैमुरी ने दुधवा की जैवविवधता, वुडलैंड, वेटलैंड व ग्रासलैंड के साथ पर्यटन क्षेत्र में किए गए कार्यो की जानकारी दी।
प्रमुख सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन अनिल कुमार ने कहा कि दुधवा में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी ने दुधवा पर्यटन क्षेत्र में आवश्यक विकास के संबंध में कैम्पा परियोजना के अंर्तगत आवश्यक प्रावधान कराते हुए अमल में लाने पर बल दिया।
वन एवं वन्यजीवों के संरक्षण के लिए विभिन्न जगहों पर लगाई गई चेनलिंक फेंसिंग के प्रभाव की समीक्षा वनमंत्री एवं अनिल कुमार ने की। दुधवा के फील्ड निदेशक डॉ. एच राजामोहन ने जनपद बहराइच में हेल्प डेस्क खोलेने आदि का सुझाव दिया।
उपनिदेशक जगदीश आर ने बैटक में टाइगर रिजर्व में हो रही सफारी एवं पर्यटन संबंधी दरों पर चर्चा कर पांच प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकृति प्रदान की गई। इसके साथ ही प्रवेश शुल्क 200 से 250 रुपये, गैंडा दर्शन हेतु नियत दर 150 से प्रति व्यक्ति 200 रुपये, सामान्य कैमरा का शुल्क 100 से 200 रुपये कर दिया गया।
वन मंत्री ने सुहेली नदी की डिसिल्टिंग के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने पर जोर दिया। इसके बाद कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग, दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग, वन निगम की ओर बनाई गई काफी टेबल बुक, टीजर, वेबसाइट का विमोचन किया गया। बैठक दुधवा व कतर्नियाघाट के अधिकारी शामिल रहे।

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