Lakhimpur News: बेलबूटी काटने गए व्यक्ति को बाघ ने बनाया शिकार, गन्ने के खेत में मिला अधखाया शव
लखीमपुर के संपूर्णानगर में गन्ने के खेत में बेल बूटी काटने गए हरिश्चंद्र नामक ग्रामीण को बाघ ने मार डाला। उसका शव खेत में मिला जिससे नाराज़ ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। घटना पलिया वन रेंज के परसपुर चौकी क्षेत्र की है। वन विभाग को सूचना देने पर तलाश शुरू हुई। ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की लेकिन पुलिस के समझाने पर शांत हो गए।

संवादसूत्र, जागरण संपूर्णानगर (लखीमपुर)। गन्ने के खेत में बेल बूटी काटने गए ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर मार डाला। शनिवार सुबह उसका अधखाया शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ। पिता का शव देखकर बेटा वहीं पर बेसुध हो गया। घटना से नाराज ग्रामीणों ने शव को रास्ते पर रखकर प्रदर्शन किया और वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि बाद में ग्रामीण पुलिस के समझाने पर शांत हो गए।
घटना पलिया वन रेंज के अंतर्गत परसपुर चौकी की है। लगदहन निवासी 53 वर्षीय हरिश्चंद्र शुक्रवार को करीब तीन बजे घर से अपने गन्ने के खेत में बेल बूटी काटने के लिए गया था। जहां पास के नाले में घात लगाए बैठे बाघ ने उसके उपर हमला बोल दिया और उसे अपना शिकार बना लिया। हरिश्चंद्र के खेत से महज करीब 100 मीटर दूर आगे जंगल भी है, जो शारदा नदी का किनारा पड़ता है।
परिवारजन के मुताबिक, सुबह के समय गन्ने के खेत में बेल बूटी काटने परिवार के लोग भी गए थे, लेकिन शाम को वह अकेले ही गन्ने में बेल बूटी काटने चला गया। जहां उसे बाघ ने अपना शिकार बना लिया।
बाघ ने गन्ने के खेत में ही उसको खा लिया। देर रात तक घर जब हरिश्चंद्र नहीं लौटा तो परिवारजन ने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम के साथ उसकी तलाश शुरू हुई, लेकिन रात का अंधेरा होने के चलते गन्ने के खेत में तलाश नहीं हो पाई।
सुबह वन विभाग की टीम के साथ परिवारजन व ग्रामीण एकत्र होकर उसकी तलाश में गन्ने के खेत में पहुंचे तो अधखाया शव खेत में पड़ा मिला है। पीड़ित परिवारजन सहित ग्रामीणों ने शव को बाहर लाकर रास्ते पर रख वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा बाघ व जंगली सुअरों से ग्रामीण परेशान हैं। मौके पर पहुंचे संपूर्णानगर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने ग्रामीण को समझा बुझाकर शांत कराया और वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों को जल्द ही बाघ पकड़ने व जंगली सुअरों के आतंक से बचने के लिए जंगल के किनारे जाली लगाने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने रास्ते को खोल है।

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