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    Lakhimpur: देशी- विदेशी पर्यटकों का इंतजार खत्म, अब 15 से खुलेगा दुधवा; जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे सैलानी

    By Jagran NewsEdited By: Vikas Mishra
    Updated: Sun, 13 Nov 2022 08:39 AM (IST)

    Dudhwa Tiger Reserve दुधवा में घने साल के जंगल हैं जो इसको अन्य वनों से विशेष बनाते हैं। यहां पर सौ साल से अधिक पुराने साल के वृक्ष हैं। इसके अलावा रायल बंगाल टाइगर व एक सींग वाले गैंडे व 450 से अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं।

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    Dudhwa Tiger Reserve: देशी- विदेशी पर्यटकों को जंगल सफारी कराने के लिए दुधवा तैयार हो रहा है।

    Dudhwa Tiger Reserve: लखीमपुर, [हरीश श्रीवास्तव,]। देशी- विदेशी पर्यटकों को जंगल सफारी कराने के लिए दुधवा तैयार हो रहा है। जंगल में स्वच्छंद विचरण कर रहे वन्यजीवों को देखने व प्रकृति के बीच रहने का समय नजदीक आ गया है। वन्यजीवों व पक्षियों को देखने के साथ जंगल सफारी का आनंद उठाना हो तो दुधवा आ सकते हैं। 15 नवंबर को दुधवा देशी व विदेशी सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा।

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    दुधवा में क्या है विशेष: दुधवा में घने साल के जंगल हैं, जो इसको अन्य वनों से विशेष बनाते हैं। यहां पर सौ साल से अधिक पुराने साल के वृक्ष हैं। इसके अलावा रायल बंगाल टाइगर व एक सींग वाले गैंडे व 450 से अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। जिसमें देशी व विदेशी पक्षी शामिल हैं। यहां पांच प्रजाति के हिरन स्वच्छंद विचरण करते हुए मिल जाएंगे। यदि आप को बारहसिंघा हिरनों का झुंड देखना है तो आप को दुधवा आना पड़ेगा। इसके अलावा सरीसृप वर्ग में विशाल अजगर व दुर्लभ रेड कोरल सांप भी दुधवा में देखने को मिल सकते हैं।

    दुधवा में यह हैं ठहरने का इंतजामः दुधवा टाइगर रिजर्व में ठहरने के लिए पर्यटन परिसर में थारू हट बने हैं। यह सभी आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण हैैं। इसके अलावा दो रेस्ट हाउस भी हैं। हट की आनलाइन बुकिंग की जा सकती है। इसके लिए दुधवा की आफिसियल वेबसाइट का प्रयोग कर सकते हैं। ठहरने के लिए 10 व 20 बेड की दो डोरमेट्री भी हैं।

    दुधवा में ठहरने का खर्चः एक थारू हट में एक व्यक्ति 5400 रुपये प्रतिदिन 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त एक थारू हट में दो व्यक्ति 6000 रुपये प्रतिदिन 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त पांच साल से 12 साल के बच्चे का चार्ज 500 रुपये डोरमेट्री दस बेड 10 हजार रुपये प्रतिदिन जीएसटी अतिरिक्तरेस्ट हाउस एक रूम दो हजार रुपये प्रतिदिन जीएसटी अतिरिक्त।

    दुधवा घूमने का खर्चः दुधवा जंगल में प्रवेश शुल्क 300 रुपये प्रति व्यक्तिमार्ग शुल्क 600 रुपये प्रति व्यक्तिकैमरा शुल्क साधारण 200 रुपयेकैमरा डीएसएलआर 500 रुपयेगाइड सामान्य 400 रुपयेगाइड दोभाषिया 500 रुपयेजेनान गाड़ी छह लोगों के लिए 5930 रुपये रोड टैक्स व जीएसटी सहित।

    कैसे पहुंचे दुधवाः दुधवा सड़क व रेल मार्ग से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से दुधवा के लिए आनंद विहार से सीधी बस सेवा है। अपने वाहन से दिल्ली से हापुड़ होते हुए मुरादाबाद-बरेली-पीलीभीत खुटार से मैलानी होते हुए पलिया से दुधवा पहुंच सकते हैं। दिल्ली से अभी सीधी कोई ट्रेन नहीं है। लखनऊ से दुधवा आने के लिए रोडवेज की बस है। इसके अलावा निजी बसें भी चलती हैं।

    अपने वाहन से आने के लिए लखनऊ से सीतापुर, लखीमपुर होते हुए पलिया और यहां से दुधवा पहुंचा जा सकता है। लखनऊ से ट्रेन से मैलानी पहुंच सकते हैं और मैलानी से फिर दूसरी ट्रेन से दुधवा पहुंच सकते हैं लेकिन, ट्रेनों का लिंक सही नहीं है। लखनऊ से ट्रेन से मैलानी आकर फिर वहां से बस द्वारा पलिया व दुधवा पहुंचा जा सकता है।

    क्या कहते हैं जिम्मेदार: दुधवा के उपनिदेशक डा. रंगा राजू टी ने बताया कि पर्यटन सत्र शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 15 नवंबर को पार्क सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। पर्यटक एक सप्ताह तक सठियाना नहीं जा पाएंगे क्योंकि वहां पर पुल का काम चल रहा है। पर्यटक इस बार शुरू से ही गैंडा परिक्षेत्र में हाथी की सवारी कर सकेंगे और गैंडा भी देख सकेंगे।