पांच दशक से बंद है सुहेली साइफन
कई सरकारें आईं और गईं पर सुहेली साइफन शुरू नहीं हुआ। तिकुनिया के गजियापुर में स्थित सुहेली साइफन को चालू न करा पाना प्रशासन की बड़ी लापरवाही। ...और पढ़ें

लखीमपुर : पांच दशक में उत्तर प्रदेश की कई सरकारें बदलीं, पर तिकुनिया के गजियापुर में स्थित बंद पड़े सुहेली साइफन को आज तक शुरू नहीं कराया जा सका। इससे शासन-प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि आज तक अफसरों ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया है।
तिकुनिया के गजियापुर में स्थित पांच दशक पूर्व 24 बैरल के सुरेली साइफन का निर्माण हुआ था। इसका निर्माण तो हुआ, पर शुरू नहीं हो पाने के कारण उसके सभी बैरल पूरी तरह चोक पड़े हुए हैं। जिससे तिकुनिया व सिगाही थाना क्षेत्र में पड़ने वाली ग्राम पंचायतें मजरा, खैरटिया, दलराजपुर, लटूवा, मुर्तिहा, रमवापुर, सिन्हौना, अयोध्या पुरवा, जसनगर, खमरिया, सेहनखेड़ा आदि के करीब पचास मजरों में सुहेली, मोहाना, जोराहा व नेपाली नदियों की बाढ़ का पानी तबाही मचा रहा है। साइफन के बंद होने के कारण इन नदियों का पानी न निकलने के चलते हजारों किसान बर्बाद हो रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पांच दशक पूर्व सुहेली साइफन के निर्माण के दौरान आई भयंकर बाढ़ के पानी के चलते सुहेली साइफन शुरू ही नहीं हो सका था। खैरटिया ग्राम प्रधान प्रगट सिंह ने बताया कि 24 बैरल के इस विशाल सुहेली साइफन के शुरू न होने से दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह प्रभावित हैं। आश्चर्य तो इस बात का है कि पांच दशक से बंद पड़े सुहेली साइफन को चालू कराने में सिचाई विभाग व प्रशासनिक अमला पूरी तरह उदासीन बना रहा। जल्द शुरू होगा सुहेली साइफन : अभियंता
सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता डीसी वर्मा ने बताया कि 2019 में एक सौ पचास लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। जो शासन से स्वीकृत भी हो गया है, पर धन आवंटित नहीं होने के कारण सुहेली साइफन के चोक पड़े बैरलों की सफाई नहीं हो पा रही है। अगले बरसात के मौसम आने से पूर्व ही सुहेली साइफन को चालू करा दिया जाएगा।

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