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Lok Sabha Election 2024: खीरी लोकसभा सीट पर फिर बाहरी पर ‘हाथी की सवारी’, मिलेगी राह या पड़ेगा भारी

खीरी लोकसभा सीट पर बसपा ने एक बार फिर से बाहरी प्रत्याशी पर दांव लगाया है। बाहरी उम्मीदवार को खीरी का बसपाई चेहरा बनाने का पहला प्रयोग साल 2004 में किया गया। मूलरूप से लखनऊ के रहने वाले और पड़ोस के जिले हरदोई की शाहाबाद सीट से सांसद रहे दाउद अहमद का लाया गया। खीरी सीट पर उनको प्रत्याशी घोषित किया गया।

By Dharmesh Kumar Shukla Edited By: Vinay Saxena Published: Thu, 04 Apr 2024 01:30 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2024 01:30 PM (IST)
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती।- फाइल फोटो

धर्मेश शुक्ला, लखीमपुर खीरी। खीरी लोकसभा सीट पर बसपा ने एक बार फिर से बाहरी प्रत्याशी पर दांव लगाया है। 31 साल के युवा प्रत्याशी जोकि अमरोहा जिले के रहने वाले हैं उनको खीरी लोकसभा में हाथी की सवारी दी गई है।

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मंशा ये है कि युवा चेहरा न केवल तीस हजार के करीब युवा मतदाताओं को अपना बनाएगा बल्कि जनता अगर बदलाव का मन बनाएगी तो अंशय सिंह कालरा ऊर्फ रॉकी एक मजबूत विकल्प के तौर पर काम आएंगे। साथ ही हाथी के दिल्ली तक के सफर का अधूरा सपना इस बार पूरा जरूर होगा। खीरी संसदीय सीट पर कब और किसे बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया और उसे कितने मत मिले और परिणाम क्या रहा? पेश है धर्मेश शुक्ला की रिपोर्ट... 

बाहरी उम्मीदवार को खीरी का बसपाई चेहरा बनाने का पहला प्रयोग साल 2004 में किया गया। मूलरूप से लखनऊ के रहने वाले और पड़ोस के जिले हरदोई की शाहाबाद सीट से सांसद रहे दाउद अहमद का लाया गया। खीरी सीट पर उनको प्रत्याशी घोषित किया गया।

...फ‍िर भी नहीं जीत पाए दाउद अहमद 

दाउद ने बाहरी होने का मिथक तोड़ने की भरपूर कोशिश की, उनको दो लाख से ज्यादा वोट ही नहीं मिले, बल्कि  अब तक के सभी बसपा उम्मीदवारों से ज्यादा 30.12 फीसद वोट उनके खाते में आए, लेकिन अफसोस वह जीत नहीं सके। सभी बसपा उम्मीदवारों से ज्यादा 30.12 फीसद वोट उनके खाते में आए, लेकिन अफसोस वह जीत नहीं सके और दूसरे नंबर पर रहे। सपा के रवि प्रकाश वर्मा ने उनको परास्त कर दिया।

इस प्रयोग से मिली राहत से बसपा को ऐसा लगा कि अब ये प्रयोग जिले में किया जा सकता है लिहाजा अगले चुनाव 2009 में बसपा ने एक और बाहरी चेहरे इलियास आजमी पर दांव लगा दिया। इलियास भी पड़ोस की सीट शाहाबाद से सांसद चुने जा चुके थे।

इस चुनाव में बसपा का दांव भी नहीं चला और पिछले चुनाव के मुकाबिल बसपा को ने केवल 35000 कम वोट मिले, बल्कि उसका मत प्रतिशत भी घट गया। हालांकि, दूसरे नंबर पर रहने का सिलसिला जारी रहा। इस बार कांग्रेस के जफर अली नकवी खीरी से सांसद चुने गए।

धौरहरा सीट पर भी बसपा का ये प्रयोग नहीं चल सका, वहां से भी दाउद अहमद और सीतापुर के राजेश वर्मा भी चुनाव हार गए। 15 साल बाद बसपा ने एक बार फिर से बाहरी कार्ड पर दांव लगाया है देखना होगा कि दूसरे नंबर से पहले नंबर पर आने का उसका ये निर्णय सफल होगा या फिर से दांव भरी ही पड़ेगा।

एक नजर मतदाताओं पर भी...

खीरी संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता- 1862469

खीरी संसदीय क्षेत्र में कुल महिला मतदाता- 874783

खीरी संसदीय क्षेत्र में कुल पुरुष मतदाता- 987644

खीरी संसदीय क्षेत्र में कुल युवा मतदाता- 26445

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