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    Woman Empowerment: लखीमपुर की पूनम गांव की गरीब महिलाओं के लिए बनीं मिसाल, 300 को बनाया आत्मनिर्भर

    By Vrinda SrivastavaEdited By:
    Updated: Fri, 28 Oct 2022 04:05 PM (IST)

    पूनम देवी ने अपने प्रयासों से न सिर्फ अपने परिवार को समस्याओं से उबारा बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर 300 महिलाओं को घर से बाहर निकालकर स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ाया। शुरुआती दौर में पूनम को ससुराल में तमाम प्रकार की बंदिशें झेलनी पड़ी।

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    लखीमपुर की पूनम ने गांव की 300 गरीब महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर.

    लखीमपुर, [राकेश मिश्र]। विकासखंड गोला के ग्राम कुंहुपुर की स्नातक पास पूनम देवी ने अपने प्रयासों से न सिर्फ अपने परिवार को समस्याओं से उबारा बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर 300 महिलाओं को घर से बाहर निकालकर स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ाया। शुरुआती दौर में पूनम को ससुराल में तमाम प्रकार की बंदिशें झेलनी पड़ी।

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    पर्दा प्रथा पूनम की राहों में रोड़ा बनी थी, जबकि पूनम अपने परिवार की मदद करना चाहती थी। इसके लिए पूनम को सभी ससुरालीजनों को मनाने में काफी वक्त लग गया। पूनम के पति गांव में मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। इतनी कमाई से घर का खर्च भी नहीं चल रहा था। पूनम को पता नहीं था कि वो अपने परिवार का पेट पालने में परिवार की कैसे मदद कर पाएंगी।

    इसी दौरान जब 30 वर्षीय पूनम देवी के पति वीरेंद्र कुमार का एक पैर सड़क हादसे में टूट गया, तो दो बच्चों की मां पूनम को खासतौर से अपने बच्चों की चिंता सताने लगी थी। उसका बेटा और बेटी एक सरकारी स्कूल में पांचवीं और तीसरी क्लास में पढ़ते हैं। पूनम के ऊपर घर के अलावा खेती किसानी की भी जिम्मेदारी आ गई। पूनम की ससुराल में कुल दो एकड़ कृषि योग्य भूमि है। उस पर बटाई पर खेती हो रही है। इससे जो मिलता है वह सास ससुर और दोनों भाइयों के बीच तीन हिस्सों में बंटता है।

    पूनम के सपनों को लगे पंख : पूनम के सपनों को पंख तब लग सके जब एनआरएलएम के लोगों से मुलाकात हुई और उन्होंने प्रशिक्षण दिलाकर समूह सखी का दायित्व सौंपा। समूह सखी के रूप में पूनम ने क्षेत्र की 300 महिलाओं को समूह में जोड़कर उन्हें स्वावलंबी बनाने का काम किया है। उन्हें चूल्हे चौका के साथ घर से बाहर निकलने के लिए भी प्रेरित किया।

    एफपीओ के जरिए महिलाएं करेंगी सामूहिक खेती : पूनम की योजना एफपीओ बनाकर महिला किसानों को एक साथ खेती किसानी से जोड़ना है। पूनम ने समूह की महिलाओं को साथ लेकर एफपीओ पंजीकृत कराने के लिए आवेदन उप कृषि निदेशक को कर दिया है। इसके लिए कागजी खानापूर्ति भी पूरी कर ली गई है।

    खेती किसानी से महिलाओं को जोड़कर एक नया इतिहास बनाने के लिए पूनम ने कदम आगे बढ़ाया है। पूनम की योजना खेती किसानी के साथ महिलाओं को व्यवसाय से भी जोड़ना है। इसके लिए वे गांव में मिनी फ्लोर मिल लगाना चाहती है।