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    Lakhimpur Kheri News: राजेंद्र हत्याकांड के तीनों आरोपित गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त जीप बरामद

    Updated: Sun, 06 Jul 2025 05:23 PM (IST)

    लखीमपुर खीरी के नीमगांव में बोलेरो से कुचलकर राजेंद्र की हत्या के मामले में पुलिस ने नामजद पिता और दो बेटों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया था। खलिहान की जमीन पर कब्जे की शिकायत के चलते राजेंद्र की हत्या की गई। राजेंद्र ने पहले ही पुलिस को खतरे की सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।

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    राजेंद्र हत्याकांड के तीनों आरोपित गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त जीप बरामद।

    जागरण संवाददाता, लखीमपुर। शुक्रवार को नीमगांव थाना क्षेत्र के तिगोड़वा में बोलेरो से कुचल कर की गई राजेंद्र की हत्या के मामले में नामजद पिता व उसके दो पुत्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त जीप को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।

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    नीमगांव के तिगोड़वा में शुक्रवार को यहीं के निवासी राजेंद्र की जीप से कुचल कर मौत हो गई थी। परिवारजन ने जानबूझ कर जीप से कुचलने का आरोप लगाया था। मृतक की पत्नी निर्मला देवी ने गांव के ही जगदीश और उनके दो पुत्रों सुरजीत व रंजीत पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

    रविवार को पुलिस ने तीनों आरोपित पिता-पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित के कब्जे से घटना में शामिल जीप को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। इंस्पेक्टर आलोक धीमान ने बताया कि हत्या के तीनों आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। क्षेत्राधिकार मितौली जितेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि जमीन विवाद में पैमाइश के बाद तहरीर के आधार पर मृतक राजेंद्र के विपक्षियों को 151 में पाबंद किया गया था।

    खलिहान की ज़मीन पर कब्जे की शिकायत बनी हत्या की वजह

    खलिहान की ज़मीन पर क़ब्जे की शिकायत करना राजेंद्र की मौत का कारण बन गया। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपित जगदीश का खलिहान की ज़मीन पर कब्जा था। एक माह पूर्व राजेंद्र ने इसकी शिकायत तहसील में की थी। जिस पर राजस्व की टीम ने नाप करने के बाद ज़मीन खाली करा ली थी।

    आरोपित इसी बात से रंजिश मान गए और देख लेने की धमकी दी थी। जिसके बाद सुनियोजित तरीके से बोलेरो से टक्कर मार कर राजेंद्र को मौत के घाट उतार दिया।

    समय से चेत जाती पुलिस तो बच जाती जान

    राजेंद्र हत्या कांड में नीमगांव पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। राजेंद्र ने 19 जून को थाने में प्रार्थना पत्र देकर आरोपित से जान का खतरा बताया था, लेकिन पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की। अपनी शिकायत में राजेंद्र ने कहा था कि चौदह जून को उसने आरोपित के कब्जे से खलिहान की ज़मीन नाप करा कर ख़ाली करा दी थी, जिससे नाराज होकर आरोपित ने पंद्रह जून को उसका गन्ना जोत कर जानवरों को खिला दिया।

    बाद में जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने आरोपित को पाबंद कर पल्ला झाड़ लिया। अगर पुलिस ने राजेंद्र की शिकायत को गंभीरता से लेकर आरोपित के विरुद्ध उचित कार्रवाई की होती तो राजेंद्र की जान बच सकती थी।