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    लखीमपुर में ग्रामीण के घर निकला चेकर्ड कीलबैक सांप, दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन ने किया रेस्क्यू

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 06:06 PM (IST)

    UP News | Lakhimpur Kheri | लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन ने एक गाँव से चेकर्ड कीलबैक सांप का रेस्क्यू किया। यह सांप जिसे ढोरिया भी कहते हैं विषहीन होता है पर खतरा महसूस होने पर आक्रामक हो जाता है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत यह संरक्षित है और झीलों तथा धान के खेतों के पास पाया जाता है।

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    ग्रामीण के घर निकले दुर्लभ सांप को टीम ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा।

    जागरण संवाददाता, लखीमपुर। दुधवा टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन की नाजरुन निशा ने बुद्धापुरवा गांव में संजय के घर में निकलने वाले सर्प को रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया है। पकड़ा गया सांप चेकर्ड कीलबैक प्रजाति का था।

    चेकर्ड कीलबैक जिसे ग्रामीण स्तर पर ढोरिया सांप कहते हैं। यह भारत में पाया जाने वाला एक एशियाई विषहीन व अर्ध.जलीय सांप है, जो झीलों, नदियों व तालाबों और धान के खेतों के आसपास रहता है। इसके शरीर पर चौकोर काले धब्बे होते हैं। इसी वजह से उसे चेकर्ड कीलबैक कहा जाता है।

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    यह प्रजाति वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित है। यह मध्यम आकार का चमकदार दिखने वाला सांप है जिसके शरीर पर शल्क होते हैं और यह अपनी चतुर रक्षा रणनीतियों के लिए जाना जाता है। यह सांप जहरीला नहीं होता है, लेकिन यह आक्रामक हो जाता है।

    यह खतरा महसूस होने पर कोबरा की तरह अपना फन फैलाकर और गर्दन ऊपर उठाकर डराने की कोशिश करता है और हमला भी कर सकता है।