...तो लखीमपुर में ये वजह बनी भाजपा की हार का कारण, रिजल्ट से पहले ही भाजपा नेता और कार्यकर्ता भांंप चुके थे हवा का रुख
दस साल पहले भाजपा जिस जातीय गुणा-गणित को खत्म कर चुकी थी वही जातीय समीकरण इस चुनाव में एक बार फिर से सिर चढ़कर बोले। जिले में एससीएसटी के बाद कुर्मी बिरादरी का वोट 18 फीसद ही सबसे ज्यादा है। उसके बाद करीब 14 फीसद मुस्लिम मतदाता हैं। ये दोनों इस बार एक राय होकर अपने पुराने किले समाजवादी पार्टी में चले गए।