रेलवे परिसर में यात्रियों की कैसे होगी रक्षा, जब GRP सिपाही ही पिट रहे? लखीमपुर में ईंट से किया हमला
लखीमपुर खीरी में जीआरपी सिपाही के साथ बैरक में मारपीट की घटना से यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। संकटा देवी चौकी के पास बाथरूम करने से मना करने पर एक युवक ने साथियों संग सिपाही पर हमला कर दिया। ईंट से सिर फोड़ा गया। घटना के समय चौकी स्टाफ बेखबर रहा। यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा पर चिंता जताई जा रही है।
संवाद सूत्र, लखीमपुर। यात्रियों की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी संभाल रहे जीआरपी सिपाही ही पिट रहे हैं। वह भी अपनी बैरक में। गुरूवार रात बैरक में घुसकर जीआरपी सिपाही के साथ हुई मारपीट की घटना से स्टेशन परिसर में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
वहीं जिस बैरक में सिपाही को पीटा गया है उससे चंद कदम की दूरी पर संकटा देवी चौकी है। मगर, सिपाही के साथ हो रही मारपीट की न तो भनक संकटा देवी चौकी पर मौजूद पुलिस कर्मियों को लगी और न ही प्लेटफार्म पर मौजूद जीआरपी व आरपीएफ के जवानों को।
संकटा देवी चौकी के सामने पुराने रेलवे मालगोदाम के गेट के पास बाथरूम करने से मना किए जाने पर युवक ने अपने कई साथियों के साथ कुछ देर बाद आकर जीआरपी बैरक में घुसकर सिपाही की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं ईंट का प्रहार कर सिर फोड़ दिया।
गुरूवार रात करीब दस बजे हुई इस वारदात की न तो भनक चंद कदम पर मौजूद संकटा देवी चौकी स्टाफ पर मौजूद सिपाहियों को लगी और न ही प्लेटफार्म ड्यूटी कर रहे जीआरपी और आरपीएफ सिपाहियों को लगी।
ऐसे में रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों से लेकर रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। रेलवे स्टाफ का कहना है कि जब जीआरपी ही सुरक्षित नहीं है तो हमारी और यात्रियों की सुरक्षा कैसे होगी।
उधर, बैरक में घुसकर जीआरपी सिपाही के साथ मारपीट करने वाले सिपाही को निलंबित किया जाना बताया जाता है। इस संबंध में जीआरपी थाना प्रभारी राम सहाय सिंह का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर समय प्लेटफार्म पर स्टाफ मौजूद रहता है। नई बैरक थाने से काफी दूर मालगोदाम परिसर में बना है। हालांकि मारपीट मामले में दोनो सिपाहियों ने सुलह कर ली है।
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