किसान नेता को घर में किया नजरबंद
किसान नेता सरदार दिलबाग सिंह संधू भारतीय किसान यूनियन टिकैत के लखनऊ मंडल के उप
लखीमपुर : किसान नेता सरदार दिलबाग सिंह संधू भारतीय किसान यूनियन टिकैत के लखनऊ मंडल के उपाध्यक्ष शुक्रवार शाम को संगठन द्वारा शनिवार को लखनऊ में राजभवन को घेरने को लेकर रणनीति ही बना रहे थे। गोला पुलिस उनके निवास स्थान हमीदाबाद पर पहुंची और उनको नजरबंद कर दिया गया।
वह शनिवार को सैकड़ों साथियों के साथ लखनऊ में कूच करने वाले थे। जिसकी भनक स्थानीय पुलिस को लगते ही उनको नजरबंद कर दिया। जिसको लेकर वह राजभवन के घेराव का हिस्सा नहीं बन सके। दिलबाग सिंह संधू ने बताया कि वह किसानों की आवाज बनते रहेंगे चाहे सरकार व कानून उनको कितना भी क्यों न रोके।
किसान नेता दिलबाग सिंह संधू को लखनऊ में जाकर प्रदर्शन न कर सके उसके लिए नजरबंद किया गया था उनको शुक्रवार रात से शनिवार को 3:00 बजे नजरबंद की बंदिश से हटा दिया गया।
पुष्पेंद्र कुमार त्रिपाठी,
एसआई
मूड़ा पुलिस पिकेट इंचार्ज
बकाया भुगतान को छह जुलाई से आंदोलन बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर चीनी मिल में चल रहा किसानों का आंदोलन व्यापक होने जा रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने नए कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। उन्होंने छह जुलाई से 12 जुलाई तक सभी जिला व तहसील मुख्यालयों पर भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन करने व ज्ञापन सौंपने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद लखनऊ में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू होगा।
सरदार वीएम सिंह ने शनिवार को गूगल मीट पर सभी जिलों के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से वार्ता की और सबकी राय लेकर गन्ना मूल्य भुगतान कराने के लिए आंदोलन को व्यापक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सभी जिलों के पदाधिकारी गन्ना किसानों के ब्याज समेत भुगतान व मौजूदा भुगतान बहुत ही लेट होने पर आंदोलन की तैयारी कर लें। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के सभी जिलों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी तथा किसान मिलकर छह जुलाई से 12 जुलाई तक एक हफ्ते चीनी मिल, तहसील या जिले में कहीं भी मजबूती से धरना प्रदर्शन करके किसानों को जल्दी से जल्दी भुगतान कराने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेगे। इसके बाद अगर भुगतान हो जाता है तो ठीक है और अगर भुगतान नहीं होता है तो 15 जुलाई से उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की मांगों को लेकर लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आंदोलन में किसानों को आने वाले पराई सत्र में गन्ना मूल्य बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल देने की मांग भी शामिल की जाएगी। किसानों का ब्याज 2750 करोड़ रुपये जो हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी चीनी मिले नहीं दे रही जल्द से जल्द किसानों को भुगतान कराने की कोशिश की जाएगी।
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