Lakhimpur News: देसी-विदेशी पर्यटकों को जंगल सफारी कराने के लिए तैयार हुआ दुधवा, दो दिन बाद खुलेगा पार्क
पर्यटन सत्र शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 15 नवंबर को पार्क सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। पर्यटक एक सप्ताह तक सठियाना नहीं जा पाएंगे क्योंकि वहां पर पुल का काम चल रहा है।

लखीमपुर, [हरीश श्रीवास्तव]। देसी-विदेशी पर्यटकों को जंगल सफारी कराने के लिए दुधवा तैयार हो रहा है। जंगल में स्वच्छंद विचरण कर रहे वन्यजीवों को देखने व प्रकृति के बीच रहने का समय नजदीक आ गया है। वन्यजीवों व पक्षियों को देखने के साथ जंगल सफारी का आनंद उठाना हो तो दुधवा आ सकते हैं। 15 नवंबर को दुधवा देसी व विदेशी सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा।
दुधवा में क्या है विशेष : दुधवा में घने साल के जंगल हैं जो इसको अन्य वनों से विशेष बनाते हैं। यहां पर सौ साल से अधिक पुराने साल के वृक्ष हैं। इसके अलावा रायल बंगाल टाइगर व एक सींग वाले गैंडे व 450 से अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। जिसमें देसी व विदेशी पक्षी शामिल हैं। यहां पांच प्रजाति के हिरन स्वच्छंद विचरण करते हुए मिल जाएंगे। यदि आप को बारहसिंघा हिरनों का झुंड देखना है तो आप को दुधवा आना पड़ेगा। इसके अलावा सरीसृप वर्ग में विशाल अजगर व दुर्लभ रेड कोरल सांप भी दुधवा में देखने को मिल सकते हैं।
दुधवा में यह हैं ठहरने के इंतजाम : दुधवा टाइगर रिजर्व में ठहरने के लिए पर्यटन परिसर में थारू हट बने हैं। यह सभी आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। इसके अलावा दो रेस्ट हाउस भी हैं। हट की आनलाइन बुकिंग की जा सकती है। इसके लिए दुधवा की आफिसियल वेबसाइट का प्रयोग कर सकते हैं। ठहरने के लिए 10 व 20 बेड की दो डोरमेट्री भी हैं।
दुधवा में ठहरने का खर्च
- एक थारू हट में एक व्यक्ति 5400 रुपये प्रतिदिन 18 प्रतिशत जीएसटी
- अतिरिक्तएक थारू हट में दो व्यक्ति 6000 रुपये प्रतिदिन 18 प्रतिशत जीएसटी
- अतिरिक्त पांच साल से 12 साल के बच्चे का चार्ज 500 रुपये
- डोरमेट्री दस बेड 10 हजार रुपये प्रतिदिन जीएसटी
- रेस्ट हाउस एक रूम दो हजार रुपये प्रतिदिन जीएसटी अतिरिक्त
दुधवा घूमने का खर्च : दुधवा जंगल में प्रवेश शुल्क 300 रुपये प्रति व्यक्ति। मार्ग शुल्क 600 रुपये प्रति व्यक्ति। कैमरा शुल्क साधारण 200 रुपये। कैमरा डीएसएलआर 500 रुपये। गाइड सामान्य 400 रुपये। गाइड दोभाषिया 500 रुपये। जेनान गाड़ी छह लोगों के लिए 5930 रुपये रोड टैक्स व जीएसटी सहित।
कैसे पहुंचे दुधवा : दुधवा सड़क व रेल मार्ग से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से दुधवा के लिए आनंद विहार से सीधी बस सेवा है। अपने वाहन से दिल्ली से हापुड़ होते हुए मुरादाबाद-बरेली-पीलीभीत खुटार से मैलानी होते हुए पलिया से दुधवा पहुंच सकते हैं। दिल्ली से अभी सीधी कोई ट्रेन नहीं है। लखनऊ से दुधवा आने के लिए रोडवेज की बस है।
इसके अलावा दुधवा के लिए निजी बसें भी चलती हैं। अपने वाहन से आने के लिए लखनऊ से सीतापुर, लखीमपुर होते हुए पलिया और यहां से दुधवा पहुंचा जा सकता है। लखनऊ से ट्रेन से मैलानी पहुंच सकते हैं और मैलानी से फिर दूसरी ट्रेन से दुधवा पहुंच सकते हैं लेकिन, ट्रेनों का लिंक सही नहीं है। लखनऊ से ट्रेन से मैलानी आकर फिर वहां से बस द्वारा पलिया व दुधवा पहुंचा जा सकता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार : दुधवा के उपनिदेशक डा. रंगा राजू टी ने बताया कि पर्यटन सत्र शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 15 नवंबर को पार्क सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। पर्यटक एक सप्ताह तक सठियाना नहीं जा पाएंगे क्योंकि वहां पर पुल का काम चल रहा है। पर्यटक इस बार शुरू से ही गैंडा परिक्षेत्र में हाथी की सवारी कर सकेंगे और गैंडा भी देख सकेंगे।

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