UP Heatwave: भीषण गर्मी से हाल बेहाल! खेत सूखे, किसान परेशान; धान की नर्सरी डालना बना चुनौती
अमेठी में भीषण गर्मी और तेज धूप से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। किस ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अमेठी। तापमान रोजाना एक कदम आगे बढ़ रहा है। आसमान से बरती आग में हवा संग धरती भी तपने लगी है। भीषण गर्मी एवं तल्ख धूप में घर से बाहर निकलना कठिन हो गया है। सुबह नौ बजे तक सूरज की किरणें चुभने लग रही हैं। चंद कदम चलने में हलक सूख जा रहे हैं।
चेहरा और सिर ढक कर निकलने के बाद उमस बेचैन कर रही है। गर्मी से बचाव के लिए सुबह शाम ही सड़कों पर चहल पहल रहती है। धूप तेज होने पर दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर रहा है।
शुक्रवार जिले का तापमान अधिकतम 41 व न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. नवनीत मिश्रा ने बताया कि तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा।
किसानी को पानी की जरूरत
सब्जी की सिंचाई में किसानों की कमर टूट रही है। तपती धूप में चंद मिनट में खेतों की नमी गायब हो रही है। किसान सब्जी की फसलों के अलावा धान की नर्सरी डालने के लिए खेत में पानी की आवश्यकता है।
संक्रामक रोगों ने पसारे पांव
गर्मी तेज होते ही कालरा, उल्टी, दस्त, आंख से संबंधित बीमारी के अलावा बदहजमी, बुखार तथा त्वचा संबंधी रोगों से ग्रस्त मरीजों की संख्या बढ़ी है। सीएचसी प्रभारी डा. अजय मिश्रा ने कहा कि तेज धूप से वापस लौटकर कुछ देर तक आराम करने के बाद पानी पीएं। फ्रिज का पानी पीने से बचें। आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलते समय सिर से पांव तक ढककर निकलें। बीमार होने पर डाक्टर से ही सलाह लेकर उपचार करें।
बाजारों में खरीदारी तेज
गर्मी हावी होते ही बाजारों में भीड़ बढ़ी है। एसी, कूलर, पंखे, फ्रिज की खरीदारी तेज हुई है। इलेक्ट्रानिक संसाधनों की मरम्मत के लिए दुकानों पर लंबी कतार लगी है। सूती कपड़ों में टोपी, गमछा, की मांग बढ़ी है। शीतल पेय की दुकानें जगह-जगह सजी हैं।

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