Lakhimpur: आपसी संघर्ष में दुधवा टाइगर रिजर्व के सठियाना रेंज में टस्कर हाथी की मौत, शरीर पर मिले घाव
Dudhwa Tiger Reserve सठियाना रेंज में रविवार की सुबह पार्क कर्मियों ने गस्त के दौरान देखा शव। कुछ दिन पहले देखा गया था हाथियों का झुंड। अनुमान है कि आपसी संघर्ष में गई हाथी की जान। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा खुलासा।
संवाद सूत्र, पलियाकलां-लखीमपुर। दुधवा टाइगर रिजर्व के सठियाना रेंज में एक जंगली हाथी की मौत हो गई। उसका शव रविवार की सुबह वनकर्मियों ने देका। प्रथमदृष्टया हाथी की मौत आपसी संघर्ष में होना बताया गया है। मृत हाथी के शरीर पर घावों के कई निशान भी मिले हैैं। डाक्टरों के पैनल से हाथी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
सुबह मिला हाथी का शव
सठियाना रेंज के बेलाघाट बीट में पार्क कर्मियों ने रविवार की सुबह गश्त के दौरान एक हाथी का शव पड़ा देखा। हाथी के शव पड़े होने की जानकारी पार्क कर्मियों ने तुरंत उपनिदेशक रंगाराजू टी को दी और उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। इसके बाद डीडी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया तो पाया कि हाथी के शरीर में घावों के कई निशान हैैं जो आपसी संघर्ष के दौरान उसे लगे होंगे। उसकी उम्र करीब 35 साल बताई गई है। इसके बाद चिकित्सकों की टीम गठित कर उसका पोस्टमार्टम करने को कहा गया।
शरीर पर मिले हैं घाव के निशान
फील्ड डायरेक्टर वी प्रभाकर ने बताया कि मृत हाथी टस्कर जंगल में अकेले रहता था। उसका शव आज सुबह मिला है। जिस जगह पर उसका शव मिला है उस क्षेत्र में दो दिन पहले 35 से 40 हाथियों का झुंड घूम रहा था। समझा जाता है कि उसी झुंड के किसी हाथी से उसका संघर्ष हुआ जिसमें उसकी मौत हो गई। उसके शरीर पर घावों के कई निशान मिले हैैं जो हाथी के दांत के लगते हैैं। उन्होने बताया कि हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे वहीं पर दफना दिया जाएगा। फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है।